नूरपुर: लंबे समय से खाली चल रहे जयराम सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार गुरुवार को हुआ. कैबिनेट में तीन नए चेहरे शामिल हुए, जिसमें नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया, घुमारवीं से विधायक राजेंद्र गर्ग और पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी ने राजभवन में मंत्री पदों की गोपनीयता की शपथ ली.
पीटरहॉफ में गुरुवार सुबह राज्यपाल ने तीनों मंत्रियों को शपथ दिलाई. नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया मंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे. विधानसभा क्षेत्र नूरपुर से तीन बार विधायक रहे राकेश पठानिया ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है. 15 नवंबर 1964 को नूरपुर के लदौड़ी गांव में जन्मे राकेश पठानिया ने 1991 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की.
राकेश पठानिया के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से ही नूरपुर में लोगों ने जश्न मनाया. नूरपुर के प्रमुख व्यापारिक कस्बा जसूर में भारतीय जनता पार्टी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटी. कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राकेश पठानिया के समर्थन में नारेबाजी की. बुधवार से ही कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर थी, लेकिन राकेश पठानिया के आधिकारिक रूप से गुरुवार को शपथ लेने के बाद ही कार्यक्रताओं ने जश्न मनाना शुरू किया.
गौरतलब है कि पिछले 13 वर्षों से नूरपुर कैबिनेट मंत्री के पद को तरस रहा था. नूरपुर से कांग्रेस के फील्ड मार्शल कहे जाने वाले सत्त महाजन मंत्री के रूप में रह चुके हैं, लेकिन उनके देहांत के बाद नूरपुर मंत्री पद के लिए तरस रहा था. राकेश पठानिया के इस बार विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद सरकार बनने के साथ ही उनके मंत्री बनने के भी प्रबल आसार थे, लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों की वजह से जयराम सरकार के आधे कार्यकाल तक मंत्री पद से दूर रहे.
बता दें कि इन ढाई सालों में जब कभी भी मंत्री पदों को भरने की आवाज उठती रही, उस समय राकेश पठानिया का नाम सबसे पहले लिया जाता रहा. इसी कशमकश में सरकार का आधा कार्यकाल समाप्त हो गया. राकेश पठानिया एक ऐसे विधायक रहे जो विधायक होते हुए भी जब भी विपक्ष ने सरकार और मुख्यमंत्री को घेरने की कोशिश की उस समय राकेश पठानिया ढाल बनकर खड़े रहे. आज उसी का परिणाम है कि उन्हें मंत्री पद के रूप में नवाजा गया.
वहीं, क्षेत्रीय समीकरण की बात करें तो संगठनात्मक जिला नूरपुर में कांग्रेस सरकार में ज्वाली से नीरज भारती सीपीएस के रूप में तो सुजान सिंह पठानिया ऊर्जा एवं कृषि मंत्री के रूप में क्षेत्र का नेतृत्व करते रहे. ऐसे में इस सरकार में क्षेत्र से किसी भी विधायक का मंत्री न बनाया जाना जनता को खटक रहा था.
वहीं, राकेश पठानिया जैसे विधायक को जो मंत्री बनने के सबसे प्रबल और योग्य उम्मीदवार थे, उन्हें मंत्री पद से दूर रखना भी सरकार और मुख्यमंत्री पर सवालिया निशान खड़े कर रहा था. देर-सवेर सरकार ने अपनी इस कमी को दूर करते हुए क्षेत्रीय संतुलन को बनाया है. वहीं, बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेश काका और रविन्द्र चौधरी के साथ बीजेपी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री हरनाम डडवाल ने समस्त शीर्ष नेतृत्व के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया.
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