इंदौरा/कांगड़ा: एक तरफ लॉकडाउन के चलते प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी कोरोना महामारी से जनता को बचाने में जुटे हुए हैं, वहीं कुछ लोग अधिकारियों की गैर मौजूदगी का फायदा उठाते हुए नजर आ रहे हैं. सोमवार को उपमंडल इंदौरा में व्यास नदी के किनारे सुरड़बा पत्तन के करीब 50 एकड़ सरकारी भूमि पर 20 से 25 लोगों ने ट्रैक्टर और हल चलाकर अपना कब्जा जमा लिया.
सरकारी भूमि पर 20 से 25 लोगों को कब्जा करता हुआ देख स्थानीय निवासियों ने इसकी सूचना वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को दी. वन अधिकारियों का आता देख अवैध कब्जाधारी मौके से फरार हो गए. वन रेंज अधिकारी सुमन, वन खंड अधिकारी इंदौरा अनिल सोनी ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लेते हुए स्थानीय लोगों से मामले की जानकारी ली.
इस संबंध में वन रेंज अधिकारी सुमन से बताया कि सुरड़बा में वन विभाग की जमीन पर हजारों की संख्या पर शीशम के पेड़ लगाए गए हैं. विभाग को सूचना मिली थी कि सुरड़वा के 20 से 25 लोग ट्रैक्टर के जरिए हल चलाकर वन भूमि पर कब्जा कर रहे हैं. कब्जा करने वालों का कहना था कि यह डीसी लैंड है. राजस्व विभाग से इस भूमि की जानकारी निकाली जाएगी और वन विभाग की भूमि निकलती है तो अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि व्यास नदी के दोनों किनारों पर बसे सुरड़बा, लंबी पट्टियां, मलकाना, फलाही, ड़सोली, मंड घण्डरा आदि गांवो के आस-पास सैकड़ो एकड़ राजस्व और वन विभाग की भूमि पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है. इस अलावा ग्रामीणों द्वारा सरकारी भूमि पर लगे खैर और शीशम के पेड़ों की कटाई की जा रही है.
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