धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले (Himachal Pradesh Police Recruitment paper leak case) में पुलिस भले ही बिचौलिए सहित चार आरोपियों की गिरिफ्तारी कर अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन पूरे मामले के मास्टर माइंड को पकड़ने में पुलिस के हाथ खाली है. पुलिस कई राज्यों में पुलिस टीमों को भेजने का दावा तो कर रही, लेकिन अभी तक कोई बड़ा सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा,जिससे इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके. फिलहाल पुलिस जिस चौथे बिचौलिए आरोपी अशोक के बारे में बस इतना ही बता रही है कि.तीनों आरोपियों को परीक्षा से पहले प्रश्नों को इसने ही अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था. वहीं, पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस बिचौलिए अशोक से पूछताछ कर राज उगलवाने की कोशिश कर रही,ताकि मामले की तह तक जाया जा सके. पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ कर कड़ियां जोड़ने का प्रयास कर रही है.
11 मई तक पुलिस को मिला रिमांड: सपी कांगड़ा खुशहाल शर्मा ने बताया कांगड़ा गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को एसीजीएम कांगड़ा कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपियों को 11 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजा हैं.आरोपियों से पूछताछ कर अंतिम कड़ी तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. एसआईटी टीम कई राज्यों में इस दिशा में काम कर रही,ताकि पूरे मामले का पर्दाफाश किया जा सके.
चारों आरोपियों का ताल्लुक कांगड़ा से: पुलिस के हाथ अभी तक जो चारों आरोपी हाथ लगे है. उनका सभी का ताल्लुक प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा से है.
मुनीष कुमार पुत्र अशोक कुमार निवासी देव भराड़ी सुल्याली तहसील नूरपुर, मनी चौधरी पुत्र वीरबल सिंह निवासी गांव खटियाड़ तहसील फतेहपुर, गौरव पुत्र विजय कुमार गांव व डाकघर भड़ियाड़ा तहसील व जिला कांगड़ा है. बिचौलिए के तौर पर जिसकी गिरफ्तारी की गई उसका नाम अशोक कुमार पुत्र हरि सिंह गांव व डाकघर पास्सू धर्मशाला जिला कांगड़ा है.
अंकों ने खोला राज : एसपी खुशहाल शर्मा के मुताबिक आरोपियों ने परीक्षा में 90 में से 70 अंक प्राप्त किए, लेकिन जब इन तीनों अभ्यर्थियों के दसवीं के परीक्षा परिणामों को देखा गया तो इनके 50 प्रतीशत से भी कम अंक निकले. शक के आधार पर जब इनसे पूछताछ की तो इन्होंने सारा राज उगलना शुरू कर दिया. उसके बाद मामले का खुलासा हुआ कि पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था.
27 मार्च को हुई थी परीक्षा: 27 मार्च 2022 को 1334 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी. परीक्षा में पूरे प्रदेश से करीब 74 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे. प्रदेशभर में 81 केंद्रों पर लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया. रिजल्ट 5 अप्रैल 2022 को घोषित हुआ था. लिखित परीक्षा में कांस्टेबल पुरुष के पदों के लिए 60 हजार से अधिक और कांस्टेबल महिला पदों के लिए 14 हजार से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.
जयराम ने परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया: हिमाचल पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (cm jairam on police recruitment case) ने पुलिस भर्ती प्रकिया की लिखित परीक्षा रद्द करने के आदेश जारी किए. वहीं, एक महीने में वापस परीक्षा कराने का निर्देश दिया.
कांग्रेस ने मांगा सीएम का इस्तीफा: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर (police recruitment exam paper leak)लीक होने के बाद सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी है. विपक्ष ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस्तीफा देने की मांग (Congress demands Jairam resignation)की है. इसके अलावा कांग्रेस ने सभी भर्तियों की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा सरकार पर प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
आम आदमी पार्टी ने भी घेरा: पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर जयराम सरकार पर (aam aadmi party attack on jairam government) आम आदमी पार्टी ने निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता (aap spokesperson on jairam government) ने कहा कि पेपर लीक होने में भाजपा सरकार का ही कोई बड़ा गिरोह या नेक्सेस चल रहा है. जो चंद पैसों की खातिर युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है.
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