धर्मशाला: निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पद के लिए आम चुनाव अगले साल यानी 2021 में होंगे. इसकी घोषणा केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्य चुनाव आयुक्त वांगड़ू सेरिंग ने मैक्लोडगंज में प्रेस वार्ता के दौरान की.
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्य चुनाव आयुक्त वांगड़ू सेरिंग ने कहा कि निर्वासित सरकार के आम चुनाव साल 2021 में होंगे और प्रधानमंत्री डॉ. लोबसंग सांग्ये की सरकार को अगले साल पांच साल सत्ता में हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि दो बार प्रधानमंत्री बन चुके सांग्ये अगले साल चुनाव नहीं लड़ सकेंगे, क्योंकि निर्वासित तिब्बत सरकार की संसदीय प्रणाली के संविधान के अनुसार कोई भी उम्मीदवार दो बार प्रधानमंत्री या सांसद रहने के बाद लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ सकता है. पांच साल के विराम के बाद ही वो तीसरी बार चुनाव लड़ सकता है.
वांगड़ू सेरिंग ने कहा कि 45 सदस्यीय 17वीं निर्वासित तिब्बत संसद में सांसद आम चुनाव प्रणाली के जरिये चुने जाएंगे और तिब्बत समस्या और एकता के सूत्र के लिए दुनिया भर में तिब्बती लोग आम चुनाव में भाग लेंगे.
उन्होंने कहा कि सिक्योंग यानी प्रधानमंत्री पद सहित अन्य उम्मीदवारों के नामांकन के लिए इस बार गाइडलाइंस में कुछ बदलाव भी किए गए हैं. उम्मीदवार चुनाव प्रचार के दौरान बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा का फोटो और निर्वासित तिब्बत सरकार का लोगो इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उम्मीदवार एक-दूसरे पर निजी और अमर्यादित आरोप नहीं लगा सकेंगे. वर्तमान में निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. लोबसंग सांग्ये हैं. वो साल 2011 में पहली बार निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री बने थे. उन्होंने कहा कि आज प्रेसवार्ता का मुख्य उद्देश्य यही है कि निर्वासन में बैठने के बावजूद हम गणतंरिक प्रणाली के तहत चुनाव करवा रहे हैं.
वांगड़ू सेरिंग ने बताया कि आज आगामी चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो गई हैं और प्रत्याशियों को 12 नियमों की जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा कि आज से प्रत्याशी अपना चुनाव प्रचार शुरू कर सकते हैं.
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