धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के खौफ के बीच भूकंप के झटकों ने लोगों डरा दिया है. धर्मशाला क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए है. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.0 मापी गई है. सुबह के समय भूकंप के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए व कई लोग घरों से बाहर निकल आए. हालांकि इस दौरान किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
कांगड़ा जिला में सबसे ज्याद भूकंप के झटके
धर्मशाला क्षेत्र संवेदनशील जोन पांच में आता है. यहां अकसर भूकंप का खतरा बना रहता है. जिला कांगड़ा का अधिकतर क्षेत्र जोन पांच में ही आता है. 1905 में यहां भयंकर भूकंप आया था. हिमाचल प्रदेश के चंबा और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. बीते कुछ महीनों का आंकड़ा देखें तो चंबा में कांगड़ा से भी ज्यादा बार भूकंप के झटके आए.
भूकंप की दृष्टि से संवदेनशील क्षेत्र जम्मू-कश्मीर का सांबा, हिमाचल का कांगड़ा, धर्मशाला, मैक्लोडगंज, मंडी, कुल्लू, चंबा, सोलन, उत्तराखंड व नेपाल भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र हैं. इन क्षेत्रों में भूकंप आने से काफी नुकसान होने का अंदेशा बना रहता है.
1905 के भूकंप में हजारों लोगों की हुई थी मौत
4 अप्रैल, 1905 को कांगड़ा जिले में भूकंप आया था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.8 मापी गई थी. उस समय मरने वालों का आंकड़ा करीब 20 हजार पहुंचा था और एक लाख भवन तबाह हो गए थे. इस भूकंप के दौरान जिला कांगड़ा में खासा नुकसान हुआ था.
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