कांगड़ा: बर्नट से घेरा सड़क का निर्माण कार्य शुरू न होने के कारण धारकंडी ग्रामीणों में काफी रोष (burnat to ghera road construction) है. इसी के तहत ग्रामीणों ने सोमवार को कांगड़ा डीसी कार्यालय के मुख्य गेट पर प्रदेश सरकार के खिलाफ हाथों में थालियां व बाजे के साथ विरोध प्रदर्शन (dharkandi villagers protest outside dc office) किया.
इस दौरान ग्रामीणों ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार द्वारा सड़क निर्माण शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाती वे इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे. ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि वे आगामी 19 तारीख को धर्मशाला में मुख्यमंत्री द्वारा रोपवे का (Inauguration of ropeway in Dharamshala) उद्घाटन भी नहीं होने देंगे और काले झंडे दिखाकर उनका घेराव भी करेंगे.
इस मौके पर जिला परिषद सदस्य जोगिंदर (पंकू) ने कहा कि मार्ग के निर्माण के लिए 40 लाख रुपये का बजट भी आ चुका है लेकिन उसके बाद भी सरकार मार्ग निर्माण पर आनाकानी कर रही है. उन्होनें कहा कि 12 जुलाई को भारी बरसात के कारण यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था और गांव के लोगों को आने जाने के लिए कोई और अन्य रास्ता नहीं है.
उन्होंने कहा गांव के युवाओं द्वारा इससे पहले भी कई बार सरकार व प्रशासन से मार्ग निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन सरकार व प्रशासन द्वारा लगातार उनकी इस अवश्यक मांग को अनदेखा किया जा रहा है. उन्होंने कहा सड़क निर्माण को लेकर सरकार लोगों से राजनीति कर (dharkandi villergers attacks cm jairam) रही है. जिसको लेकर लोगों में भारी विरोध पैदा हो गया है .
जोगिंदर ने कहा कि जब सरकार लोगों के लिए सड़क नहीं बना सकती तो सरकार रोपवे किसके लिए बना रही है. रोपवे से पहले सड़क का निर्माण जरुरी था. उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण को लेकर सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है. उसके बाद भी सड़क निर्माण नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि एक और तो सरकार यह बोल रही है प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है उपर से सरकार यह भी बोल रही कि हमारे पास बजट ही नहीं है. उन्होंने कहा सरकार लगभग दो किलो मीटर सड़क निर्माण के लिए सरकार आनाकानी कर रही है. उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि किसके दबाव में सरकार सड़क निर्माण कार्य को रोक रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सड़क निर्माण नहीं हुआ तो रोपवे उद्घाटन कार्यक्रम भी नहीं होगा.
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