धर्मशालाः पूर्व मंत्री जीएस बाली ने टांडा मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए हैं. बाली ने कहा कि टांडा से डाक्टर्स को डेपुटेशन पर चंबा, हमीरपुर और भरमौर भेजा जा रहा है. आलम यह है कि टांडा का सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बंद हो गया है. वीरवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता में जीएस बाली ने कहा कि सरकारी योजनाओं के तहत जिन्होंने कार्ड बनाए हैं, उन्हें भी कार्ड का लाभ नहीं मिल पा रहा है. आए दिन लोग ऐसी शिकायतें लेकर उनके पास पहुंच रहे हैं.
जीएस बाली ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज करीब आधे हिमाचल को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाता है, जबकि वर्तमान में टांडा में स्टाफ, फंड और दवाइयां भी उपलब्ध नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय आईजीएमसी और टीएमसी को अलग-अलग कैडर बनाया गया था, लेकिन वर्तमान में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. बाली ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार सपनों में है और खुद को ही शाबाशी दिए जा रही है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार को दिल्ली से सबक लेना चाहिए. स्कूल खोलने को लेकर प्रदेश सरकार ने कोई सर्वे नहीं करवाया है, जैसे दिल्ली में मामले बढ़े हैं और अब दिल्ली सरकार स्कूलों को लेकर फिर से विचार कर रही है. बाली ने कहा कि वर्तमान सरकार एक भी नया प्रोजेक्ट कांगड़ा के लिए नहीं ला पाई है और सीयू का काम भी आगे नहीं बढ़ा है. बाली ने कहा कि बेरोजगारों को अपनी लड़ाई लडने के लिए सड़कों पर उतरना होगा. उन्होंने कहा कि वे तो लडूंगा ही, लेकिन इसके लिए बेरोजगारों को भी आगे आना होगा.
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