धर्मशालाः कोरोना वायरस के मामले देश और प्रदेश में बढ़ रहे हैं. वहीं, अब बरसात के मौसम ने भी दस्तक दे दी है. जहां एक ओर बरसात में गर्मी से राहत मिलती है, तो वहीं इससे कई बार सेहत संबंधी समस्याएं होने लगती हैं. इसलिए मानसून का आनंद लेने के साथ-साथ खुद को स्वस्थ रखना भी जरूरी है.
जिला कांगड़ा में बरसात के मौसम के लिए पूरी तरह तैयार है और विभाग ने लोगों से भी कोरोना वायरस के साथ-साथ बरसात में होने वाली बीमारियों से सावधानी बरतने की अपील की है. सीएमओ कांगड़ा डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि इस बरसात में बुखार, जुखाम, डायरिया, मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टाइफस व कई अन्य बीमारिया के होने के खतरा बढ़ जाता है. इसके लिए लोगों के सतर्कता बरतने की जरूरत है. अपने घर व आसपास सफाई रखें और पानी व गंदगी को जमा न होने दें.
उन्होंने कहा कि स्क्रब टाइफस ज्वर खतरनाक जीवाणु रिकेटशिया यानी संक्रमित माइट (पिस्सू) के काटने से फैलता है, जो खेतों, झाड़ियों व घास में रहने वाले चूहों से पनपता है. यह जीवाणु चमड़ी के जरिये शरीर में प्रवेश करता है जिससे स्क्रब टाइफस बुखार होता है. वैसे तो यह इतना खतरनाक नहीं है, लेकिन अगर समय रहते इसका उचित इलाज नहीं किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है.
इसके साथ ही टायफॉइड दूषित पानी या खाने की वजह से होता है. इस बीमारी को रोकने के लिए टीका लगवाने के अलावा ध्यान रखें कि बारिश के मौसम में घर का बना खाना ही खाएं. साथ ही साफ पानी अच्छी मात्रा में पीए और खाना खाने से पहले हाथ धोएं.
सीएमओ कांगड़ा डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बीमार होता है तो उस के लिए विभाग की ओर से आईसीटी एक्टिविटी की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से उपचार की व्यवस्था हर संस्थान में की गई है. उन्होंने कहा कि सर्प दंश के मामलों को लेकर भी स्वस्थ्य विभाग तैयार है. विभाग के पास बरसात के मौसम में आने वाली हर बीमारी से निपटने के लिए व्यवस्था की गई है.
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