नूरपुर/कांगड़ाः कोरना महामारी के चलते देश और प्रदेश में लॉकडाउन लगया गया था, जिसके चलते प्रदेश में किसी भी तरह की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगाई गई थी. अब दो महीने के बाद एक फिर एक जून से प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुसार प्रदेश भर में बसों की अवाजाही शुरू हो गई है. बसों में सिर्फ 60 प्रतिशत सवारियां ही बिठाने की जरूरत है.
बस सेवा शुरू होते ही नूरपुर के जसूर में सड़कों पर आज चहल पहल देखने को मिली. वहीं, बस सेवाएं बहाल तो हुई पर बसें अधिकतर खाली नजर आईं कुछ ही लोग बसों में सफर करते नजर आए. जिससे ये माना जा सकता हैं कि लोगों में कोविड-19 का खौफ अभी भी है.
वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम के ट्रैफिक मैनेजर राजिंदर पठानिया ने बताया कि प्रदेश सरकार के आदेशानुसार हिमाचल पथ परिवहन ने अपनी बसों का संचालन शुरू किया है. आज लगभग नौ बसें अलग-अलग रूटों पर भेज दी गई हैं, लेकिन पहले से सवारी बहुत कम थी. किसी बस में पांच, किसी में दो सवारियां मौजूद थीं.
राजिंदर पठानिया ने बताया कि सभी बसों को पूरी तरह से सेनिटाइज किया जा रहा है. ड्राइवर व कंडक्टर को फेस शील्ड, मास्क व सेनिटाइजर मुहैया करवाए गए हैं. राजिंदर पठानिया ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखते हुए अपना भी बचाव करना जरूरी है. राजिंदर पठानिया ने बताया कि 60 प्रतिशत से ऊपर बसों में सवारियां नहीं बैठाने के चालकों-परिचालकों को आदेश कर दिए गए हैं. बसों के अड्डे पर पहुंचते ही उन्हें एख बार फिर सेनिटाइज किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें : हिमाचल में भारी प्रशासनिक फेरबदल, CM के सलाहकार व प्रधान निजी सचिव बने आरएन बत्ता