धर्मशाला: जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) जो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम)के तहत संचालित की जा रही है, उसमें महिलाओं को प्रसव पर मिलने वाली राशि में वृद्धि की गई है. योजना के तहत बीपीएल, एससी, एसटी से सबंधित गर्भवती महिलाओं को प्रसव पर 1100 रुपये मिलेंगे.
यही नहीं जननी सुरक्षा योजना का नाम भी अब जननी सुरक्षा योजना प्लस किया गया है. प्रदेश के अस्पतालों में प्रसव के उपरांत बढ़ाई गई राशि महिलाओं को प्रदान किए जाने को लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं के संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2005 में जननी सुरक्षा योजना को शुरु किया था.
इस योजना का उद्देश्य माता एवं शिशु की मृत्यु दर को कम करना है. साथ ही अस्पतालों में चिकित्सकों की देखरेख में सुरक्षित प्रसव करवाया जाए. जननी सुरक्षा योजना प्लस के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बीपीएल, एससी और एसटी परिवारों की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में प्रसव करवाने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 700 रुपये प्रदान किए जाते थे.
इसी तरह शहरी क्षेत्र से सबंध रखने वाली उक्त कैटागिरी की महिलाओं को भी अस्पताल में डिलीवरी करवाने पर 600 रुपये के स्थान पर अब 1100 रुपये दिए जाएंगे. घर में डिलीवरी होने पर बीपीएल परिवारों की महिलाओं को दी जाने वाली राशि में बढ़ोतरी नहीं की गई है. इन महिलाओं को 500 रुपये ही मिलेंगे.
वहीं, सीएमओ कांगड़ा डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने बतया की जननी सुरक्षा योजना प्लस के तहत शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों से सबंध रखने वाली बीपीएल, एससी तथा एसटी कैटागिरी की गर्भवती महिलाओं को 1100 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. कांगड़ा में सभी अस्पतालों को इस सबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
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