धर्मशाला: ऑल इंडिया तिब्बती रिफ्यूजी ट्रेडर्स एसोसिएशन (टीआरटीए) की 5वीं शासी निकाय धर्मशाला में तीन दिवसीय आम बैठक ( meeting of Tibetan Refugee Traders Association) का आयोजन कर रही है. यह टीआरटीए की 5वीं शासी निकाय की पहली बैठक है. वहीं, उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता तिब्बत सरकार के राष्ट्रपति पेनपा त्सेरिंग और तिब्बती संसद के अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफेल ने की. इस बैठक में धर्मशाला स्थित गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ लगभग 247 टीआरटीए के प्रतिनिधियों (Tibetan Refugee Traders Association in Dharamshala) ने भाग लिया.
तिब्बती संसद के अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफेल ने 90 के दशक के मध्य में निर्वासन में आने के बाद से प्रवासी भारतीयों में तिब्बती अर्थव्यवस्था के विकास के बारे में बात की और इसका श्रेय तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के आशीर्वाद और भारत सरकार की उदारता को दिया. उन्होंने एकत्रित तिब्बती व्यापारियों को सलाह देते हुए कहा कि वे केंद्रीय तिब्बती प्रशासन को अपनी सहायता देकर तिब्बत के सामान्य हित में योगदान करने का प्रयास करें. उन्होंने पूरे भारत में 3000 से अधिक तिब्बती व्यापारियों के व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सराहना करते हुए, उनसे नैतिकता और नैतिकता के तिब्बती मूल्यों को ध्यान में रखते हुए अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए और अधिक विकास की तलाश करने का भी आग्रह किया.
वहीं, इस मौके पर उपस्थित तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा त्सेरिंग ने अपने संबोधन में राजनेताओं, व्यापारियों और अधिकारियों आदि के साथ समन्वय में आसानी पर विचार करते हुए तिब्बती स्वेटर विक्रेताओं के सामने आने वाले मुद्दों की अनदेखी करने और उन्हें संभालने के लिए दिल्ली में स्थित दो रिक्तियों की घोषणा की. इसके अलावा हाल ही में आग लगने की घटना को लेकर तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा त्सेरिंग (President of Tibet Penpa Tsering) ने कहा कि इस तरह की दुर्घटनाओं में प्रभावित लोगों की सहायता के लिए क्राउड फंडिंग जुटाने के लिए एक उचित आधिकारिक प्रक्रिया की आवश्यकता है.
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