हिमाचल विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडा लगाने वाला एक आरोपी पंजाब से गिरफ्तार: तपोवन स्थित विधानसभा के गेट पर खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की (One Person arrested from Punjab in connection with Khalistan flag) है. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी का नाम हरबीर सिंह पुत्र स्व. राजेन्द्र सिंह और उम्र 30 साल है. आरोपी लुधियाना जिले के मोरिंडा के रुपनगर में शुगर मिल के पास वार्ड नंबर एक का रहने वाला है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम का निधन, प्रदेश में शोक की लहर:पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम (pandit sukh ram passes away) का निधन हो गया है. दिल्ली स्थित एम्स में पंडित सुखराम ने अंतिम सांस ली. बीती रात को पंडित सुखराम को फिर से दिल का दौरा पड़ा, जिस कारण उनका देहांत हो गया. इससे पहले 9 मई को भी उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उन्हें लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया था. यहां पढ़ें पूरी खबर..
Pandit Sukh Ram Passes Away: सीएम जयराम समेत कई दिग्गजों ने जताया शोक:पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के निधन से पूरे प्रदेश (Pandit Sukh Ram Passes Away) में शोक की लहर है. हिमाचल प्रदेश (political reaction on pandit sukhram death) के सीएम जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर, कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह समेत कई दिग्गजों ने पंडित सुखराम के निधन पर शोक जताया है. यहां पढ़ें पूरी खबर..
जमीन से शुरू हुआ और आकाश तक पहुंचा था तुंगल के शेर का राजनीतिक सफर, सुखराम की सुनी-अनसुनी कहानियां: देश के पूर्व संचार मंत्री पंडित सुखराम (pandit sukh ram passes away ) अब देह में नहीं हैं. हिमाचल में छोटी सी राजनीतिक शुरुआत (political journey of pandit sukh ram) के बाद उनका सियासी सफर आकाश की ऊंचाइयों तक पहुंचा. वे बेशक हिमाचल के सीएम नहीं बन सके, लेकिन देश की राजनीति में खास मुकाम बनाया. सुखराम को तुंगल का शेर भी कहा जाता था. उनका जन्म मंडी जिला की तुंगल घाटी के कोटली गांव में हुआ था और इसी कारण उन्हें तुंगल का शेर कहा जाता था. पंडित सुखराम का जन्म 27 जुलाई 1927 को हुआ था. राजनीति में आने से पहले वे नौकरी करते थे. यहां पढ़ें पूरी खबर...
27 साल पहले बजी थी देश में मोबाइल की पहली घंटी, पंडित सुखराम ने कहा था पहला HELLO: आज मोबाइल के बिना कुछ मिनट गुजारना नामुमकिन सा है. खाना मंगाने से लेकर कैब मंगाने तक और शॉपिंग से लेकर जॉब सर्च तक सबकुछ मोबाइल पर हो रहा है. दरअसल ये मोबाइल क्रांति का दौर है, जहां ये छोटा सा गैजेट जरूरत बन गया है. क्या आप जानते हैं कि देश में पहला मोबाइल फोन कॉल (first mobile phone call) कब किया गया ? ये कॉल किसने-किसको की थी ? और उस कॉल के दौरान क्या बातचीत हुई ?. पढ़िये देश के पहले मोबाइल फोन कॉल के पीछे की पूरी कहानी (Story Behind India's First Mobile Phone Call). यहां पढ़ें पूरी खबर...
पंडित सुखराम के राजनीतिक सफर पर एक नजर:हिमाचल में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले वाले पंडित सुखराम ((pandit sukh ram passes away) का निधन हो गया है. पंडित सुखराम 95 वर्ष के थे. प्रदेश समेत देश की राजनीति में सुखराम (political journey of pandit sukh ram) का प्रभाव रहा है. केंद्र सरकार में सुखराम मंत्री पद पर भी आसीन रहे हैं. प्रदेश और देश में संचार क्रांति के लिए भी इन्हें जाना जाता है. हालांकि केंद्र में दूरसंचार मंत्री रहते हुए सुखराम पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे. यहां पढ़ें पूरी खबर..
पांवटा साहिब में पुलिस बल तैनात, इसलिए की गई तैनाती:देवभूमि हिमाचल में बढ़ती खालिस्तान एक्टिविटी को देखते हुए जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के संवेदनशील जगहों पर पुलिस बल तैनात किया (Police force deployed in Paonta Sahib)गया है.जानकारी मुताबिक मंगलवार देर रात शहर के सबसे संवेदनशील इलाकों एसडीएम कार्यालय, न्यायालय, विश्राम गृह पीडब्ल्यूडी, गर्ल्स स्कूल, गोविंदघाट बैरियर इन सब जगहों पर अलग से पुलिस तैनात की गई, जो दो शिफ्टों में तैनात रहेगी. यहां पढ़ें पूरी खबर..
कुलपति राजेश्वर सिंह ने कहा, पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों को देंगे बढ़ावा:डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय (Dr. YS Parmar University of Horticulture and Forestry) के नवनियुक्त कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने कहा कि आधुनिक और पारंपरिक दोनों ही तकनीकों तथा बीजों का प्रयोग करके बागवानी को और बेहतर बनाया जा सकता है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रो. चंदेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में पुरातन को संजोए रखने की बात भी चली है. इसके अलावा आधुनिकतम को को कितना प्रयोग करना इसपर भी निर्णय करना ज़रूरी है. यहां पढ़ें पूरी खबर..
हिमाचल में सरकारी कर्मचारियों के तबादलों पर प्रतिबंध, सरकार ने जारी किए आदेश: हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के तबादलों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध (Transfers of government employees banned in Himachal) लगा दिया गया है. प्रदेश सरकार ने जुलाई 2020 से तबादलों पर रोक लगा दी थी. इसके बाद मार्च 2022 में कार्मिक विभाग ने स्पष्ट किया था कि प्रशासनिक आवश्यकताओं को देखते हुए तबादले हो सकेंगे. यहां पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल की जेब भर रहा सेब, 1.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में उग रहा लाल रसीला फल: देश की एप्पल स्टेट हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन क्षेत्र निरंतर बढ़ रहा है. वर्ष 2018-19 में हिमाचल में 113151 हेक्टेयर क्षेत्र सेब उत्पादन के तहत दर्ज किया गया था. अब यह बढ़कर 1.15 लाख हेक्टेयर हो गया है. हिमाचल प्रदेश में (Apple production in Himachal Pradesh ) पिछले सीजन में 6.11 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन हुआ था. यहां पढ़ें पूरी खबर...