चंबाः कृषि और बागवानी के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने का दम भरने वाली सरकार जमीनी स्तर पर ही अपने अधिकारियों के रिक्त पदों को भरने में नाकाम साबित हो रही है. यही वजह है कि भरमौर उपमंडल की होली घाटी में उद्यान और कृषि विभाग के कार्यालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हवाले हैं. हालात यह हैं कि क्षेत्र के किसानों और बागवानों को फसलों से संबंधित जानकारी मौके पर नहीं मिल पा रही है. वहीं, सरकार की ओर से चलाई रही योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी कार्यालयों के बार-बार चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से किसानों-बागवानों को सुविधा प्रदान करने के लिए होली में उद्यान और कृषि कार्यालय स्थापित कर प्रसार अधिकारियों की तैनाती की गई है, लेकिन करीब एक साल पहले होली के इन दोनों सरकारी कार्यालयों में तैनात प्रसार अधिकारियों के तबादले हो गए हैं.
इसके बाद आज दिन तक यहां पर दोनों कार्यालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सहारे ही चल रहे हैं. हैरत की बात है कि ग्रामीण इन दोनों पदों पर अधिकारियों की तैनाती करने की मांग कर चुके हैं. इसके बाद अभी तक इन रिक्त पड़े पदों को नहीं भरा जा सका है. वहीं, हाल ही में होली में हुई फल उत्पादक संघ भरमौर की बैठक में भी किसानों और बागवानों ने इन रिक्त पड़े पदों को प्रमुखता के साथ उठाया गया.
फल उत्पादक संघ का कहना है कि अधिकारियों के न होने से उन्हें सरकारी योजनाओ का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है और वह इन दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि उद्यान विभाग के कार्यालय में प्रसार अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार गरोला स्थित अधिकारी को सौंपा गया है, लेकिन वह भी यहां के लिए समय नहीं दे पाते हैं.
फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर का कहना है कि होली में प्रसार अधिकारियों के पद रिक्त होने के चलते किसानों-बागवानों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि जल्द से जल्द यहां रिक्त पड़े पदों को भरा जाए, ताकि यहां चल रही परेशानी से किसानों को निजात मिल सकें.
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