चंबा: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई भारतीय छात्र इन देशों में फंसे हुए (Ukraine Russia war) हैं. ऐसे में अभिभावक लगातार भारत सरकार और प्रदेश सरकार से उनके बच्चों की वतन वापसी की मांग कर रहे हैं. वहीं चंबा जिले से भी 11 युवा एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए हुए हैं जिनके परिवार वालों को अब अपने बच्चों की चिंता सताने लगी है.
हालांकि परिवार वाले अपने बच्चों के साथ वीडियो कॉल के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक वतन वापसी को लेकर कुछ तय नहीं हो पाया (CHILDREN OF HIMACHAL STUCK IN UKRAINE) है. इसी को लेकर परिवार वालों ने शुक्रवार को जिला प्रशासन के माध्यम से भारत सरकार से मांग की है कि जल्द उनके बच्चों को यूक्रेन से भारत लाया जाए. अभिभावकों का कहना है कि जिस तरह से यूक्रेन और रूस के बीच विवाद बढ़ रहा है उससे कहीं ना कहीं वहां रह रहे बच्चों को दिक्कतें पेश आ सकती है. ऐसे में अब परिवार वालों की नजरें भारत सरकार पर टिकी हुई है.
जिला प्रशासन ने भी भारत सरकार को इन सभी युवाओं की सूची सौंप दी है और परिवार वालों को भरोसा दिलाया है कि जल्द भारत सरकार उनके बच्चों को अपने वतन वापस लेकर आएगी. एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले ध्रुव (dhruv of chamba in Ukraine) के परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की उनका बेटा एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया हुआ है लेकिन जिस तरह से हालात खराब हुए हैं उससे कहीं ना कहीं दिक्कतें बढ़ सकती है. ऐसे में सरकार जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे छात्रों को भारत लेकर आए.
वहीं उपायुक्त चंबा देसी राणा ने बताया कि जिले से अभी 11 युवकों का यूक्रेन में पढ़ाई करने की जानकारी मिली है लेकिन परिवार वालों की (CHILDREN OF CHAMBA STUCK IN UKRAINE) और से सिर्फ 7 युवाओं की सूची दी गई है जो भारत सरकार को भेज दी गई है ताकि उनकी सहायता की जा सके.
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