बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर के लिए जिला प्रशासन ने एक विशेष योजना तैयार की है. इसके तहत अस्पताल परिसर में अब एंबुलेंस या इमरजेंसी वाहन की प्रवेश कर सकेगा, जबकि बाकी गाड़ियों को परिसर के बाहर खड़ा किया जाएगा. गाड़ियां खड़ी करने के लिए कैंटीन के समीप पार्किंग निर्माण की योजना बनाई गई है. अस्पताल परिसर में मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों के बैठने के लिए शेड डालकर बेंच निर्मित किए जाएंगे. परिसर के प्रांगण को टाइलयुक्त करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है. जिलाधीश पंकज राय ने खबर की पुष्टि की है.
पंकज राय ने बताया कि अस्पताल परिसर में इमरजेंसी वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा किसी भी वाहन को परिसर के भीतर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के अलावा मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों के लिए सरकारी जमीन पर पार्किंग तैयार की जाएगी. कैंटीन के पास दो पुराने भवन हैं जिन्हें हटाने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी और वहां पर तीन मंजिला पार्किंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 80 वाहनों को खड़ा करने की क्षमता होगी.
जिलाधीश ने बताया कि दो फ्लोर पर मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों के लिए पार्किंग की उपलब्धता रहेगी. उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में मरीजों व तीमारदारों के बैठने के लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी, जिसके तहत शेड डालकर बेंच का निर्माण किया जाएगा ताकि धूप हो या फिर बारिश का मौसम, मरीज और तीमारदार इन बैंच पर आराम कर सकेंगे. जिलाधीश के अनुसार अस्पताल परिसर में वाटर एटीएम लगाने की भी योजना है, जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पीएसए प्लांट का शुभारंभ हो गया है और किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तमाम पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि हर दिन कोरोना की टेस्टिंग हो रही है और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है. सरकार ने 30 नवंबर तक दूसरी डोज लगाने का शत प्रतिशत लक्ष्य तय किया गया है और बिलासपुर में अब तक के परिणाम संतोषजनक रहे हैं. उम्मीद है कि तय समय पर लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा.
क्या कहते हैं जिलाधीश बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल में वाहनों की पार्किंग के लिए परिसर के बाहर कैंटीन के समीप तीन मंजिला पार्किंग निर्मित करने की योजना है. अस्पताल के प्रांगण को टाइलयुक्त बनाया जाएगा जिसके लिए प्रक्रिया शुरू की गई है. जल्द ही अस्पताल में वाटर एटीएम भी लगाया जाएगा. इसके अलावा अस्पताल परिसर में मरीजों व तीमारदारों के बैठने के लिए शेड डालकर बेंच लगाए जाएंगे.
एमडी की नियुक्ति के लिए आला अफसरों से करेंगे बात: क्षेत्रीय अस्पताल में एमडी मेडिसिन न होने की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एमडी की नियुक्ति के लिए समाजसेवी संस्थाएं भी आवाज बुलंद कर रही है. उपायुक्त के ध्यान में भी इस मामले को लाया गया जिस पर उन्होंने आश्वस्त किया कि इस संदर्भ में विभाग के आला अधिकारियों के साथ बातचीत की जाएगी और एमडी की नियुक्ति के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.
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