बिलासपुर: नगर के कहलूर खेल स्टेडियम में निजी संस्था द्वारा चलाई जा रही बैडमिंटन खेल का शुल्क खेल विभाग के पास नहीं पहुंचा है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब यहां पर नवनियुक्त जिला खेल अधिकारी ने खेल स्टेडियम का निरीक्षण किया और दस्तावेज जांचे.
जांच में सामने आया कि उक्त निजी संस्था द्वारा खेल विभाग को इस परिसर में गतिविधियों का प्रायोजन करने का कोई भी शुल्क अदा नहीं किया जा रहा था, जबकि हैरान करने की बात यह है कि उक्त निजी संस्था यहां पर लोगों को बैडमिंटन खेलने के लिए पैसा लेती आ रही है.
लंबे समय से यह प्रथा आ रही है, लेकिन खेल विभाग को इसकी कानों कान खबर तक भी नहीं थी. लेकिन जैसे ही यहां पर खेल अधिकारी ने निरीक्षण किया और यह खुलासा सामने आया है. साथ ही जानकारी प्राप्त हुई है कि जब जिला खेल अधिकारी ने इस संदर्भ में निजी संस्था के अधिकारियों से बात की और उनसे यहां पर खेलने के सारे दस्तावेज मांगें तो कोई भी दस्तावेज नहीं दिए गए और न ही लंबे समय से खेल विभाग को इसका कोई शुल्क अदा किया गया था, जबकि निजी संस्था वहां पर खेलने के लिए लोगों से 1500 रूपये लेती है.
जिला खेल अधिकारी रवि शंकर ने बताया कि यहां पर बिजली के बिल से लेकर साफ-सफाई व अन्य सारे खर्चे खेल विभाग स्वयं करता आ रहा है, लेकिन उक्त निजी संस्था द्वारा कोई भी शुल्क विभाग को नहीं दिया जा रहा था. जिसके चलते उन्होंने इस संदर्भ में निजी संस्था को इस बारे में हाई ऑथारिटी से परमिशन सहित शुल्क अदा करने के भी आदेश जारी किए गए है.
उन्होंने बताया कि जब इसके बारे में उनको सूचना मिली तो तुरंत प्रभाव से उन्होंने निरीक्षण कर एक नए आदेश भी जारी कर दिए है. जिसमें अब रेजिस्टेशन के स्कूली बच्चों से 150 व लोगों से 300 रूपये लिए जाएंगे. इसी के साथ प्रतिमाह बच्चों से 300 व लोगों से 500 रूपये लिए जाएंगे.
इसके लिए बकायदा विभाग ने एक अधिकारी की भी नियुक्ति यहां पर कर दी है. इसी के साथ उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से भी आग्रह किया है कि स्टेडियम में खेलने की प्रक्रिया व आवेदन सिर्फ जिला खेल अधिकारी कार्यालय में किए जाएंगे. जिसके लिए बतौर विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है.
निरीक्षण के दौरान पता चला कि एक निजी संस्था द्वारा कहलूर स्टेडियम में बैडमिंटन खेल लंबे समय से चलाया जा रहा है. जिसका शुल्क व प्रतिमाह लोगों से 1500 रूपये लेते आ रहे है. लेकिन उक्त निजी संस्था द्वारा खेल विभाग को इसका कोई भी शुल्क अदा नहीं किया जा रहा था. जिसको लेकर निजी संस्था से यह जवाब मांगा गया है. विभाग की परमिशन व इस तरह से कोई भी संस्था खेल विभाग के परिसर में खेल गतिविधि नहीं चला सकती है.
वहीं, जिला बैडमिंटन एसोसिएशन सेक्रेटरी विभोर शर्मा ने कहा कि खेल विभाग द्वारा जो भी दिशा निर्देश दिए जाएंगे उनकी पूरी तरह से पालना की जाएगी. यहां पर हम कई गरीब बच्चों को निशुल्क कोचिंग भी दे रहे हैं. विभाग द्वारा जो भी खर्चा बताया जाएगा वह हम अदा करेंगे.
ये भी पढ़ें- सायरी में भूस्खलन से सड़क का एक हिस्सा धंसा, कुनिहार शिमला मार्ग बंद