बिलासपुर: कोरोना वायरस को लेकर देश भर में लॉकडाउन लागू है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में कर्फ्यू के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन का दावा है कि जरूरतमंदों को हर संभव मदद की जा रही है, लेकिन बिलासपुर में ऐसी तस्वीर सामने आई है जिससे प्रशासन के दावे पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
जिला बिलासपुर में सोशल डिस्टेंसिंग का प्रशासन ही पालन नहीं कर रही है. जिला प्रशासन ने हालांकि राहगीरों के ठहरने के लिए व्यवस्था तो कर दी है लेकिन कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या उपाय और किस तरह से इनके लिए बचाव किया जाए इसके लिए कोई भी प्रबंध नहीं किया गया है.
प्रदेश सरकार के आदेशानुसार जिस भी जिले में जो भी राहगीर हैं, उसे वहीं पर रोका जा रहा है. वहीं, उनके रहने और ठहरने की व्यवस्था भी जिला प्रशासन ही कर रही है लेकिन कहीं ना कहीं जिला प्रशासन खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पा रहा है.
प्रशासन ने नगर के राहगीरों को नगर के कमेटी हॉल में रखा हुआ है. इनमें कुछ राहगीरों का कहना है कि वह बिलासपुर जिला में ही रहते हैं उनके घर यहां से कुछ ही दूरी पर है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि उनकी पूरी तरह से स्वास्थ्य जांच की जाए लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की तो जिला प्रशासन को पूरी व्यवस्था करनी चाहिए.
राहगीरों ने कहा कि यहां पर यूपी, दिल्ली, राजस्थान व हिमाचल के अन्य जिलों से राहगीर एक ही कमरे में ठहर रहे हैं. वहीं, राहगीरों को अपने स्वास्थ्य की चिंता सता रही है. राहगीरों का कहना है कि प्रशासन ने उन्हें भेड़ बकरियों की तरह लाकर रखा गया है. प्रशासन उनके स्वास्थ्य की जांच भी नहीं कर रहा है. लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि वह या तो उनके स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें घर जाने दें नहीं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा प्रबंध करें.
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