बिलासपुर: 72 दिनों बाद आखिरकार हिमाचल प्रदेश में बसों का संचालन शुरू हो गया है. सोमवार सुबह 7 बजे से एचआरटीसी की बसें विभिन्न रूटों के लिए रवाना की गई. आरटीओ, आरएम, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की देख रेख में सवारियों को बसों में अपने गंतव्यों के लिए भेजा गया.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सवारियों की पूरी जांच करने के बाद बसों को रवाना किया. जानकारी के अनुसार सोमवार को बिलासपुर से मंडी, हमीरपुर व शिमला के लिए बसें रवाना की गई. शेष जिलों के लिए मंगलवार से बसें रवाना होंगी. अधिकतर बसें लोकल रूट पर ही चलना शुरू हुई है. खास बात यह है की अब कंडक्टर को टिकट काटने के लिए सवारियों के पास नहीं जाना होगा. सवारियों को खुद कंडक्टर के केबिन में आकर ही टिकट लेना होगा.
बसों में बैठने से पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम सवारियों को सोशल डिस्टेंसिंग व हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि सोमवार सुबह 7 बजे से बसों का संचालन शुरू हो गया है. पहली बस को शिमला के लिए रवाना किया गया है. साथ ही उन्होंने सवारियों और बिलासपुर की समस्त जनता से आग्रह किया कि कम से कम मूवमेंट करें. जरूरी काम के लिए ही अपने घरों से बाहर निकलें.
गौरतलब है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम ने दो दिन पहले ही सारी तैयारियां कर ली थी. बसों को पूरी तरह से सेनिटाइज व जागरूकता बोर्ड भी लगाना शुरू कर दिया था. बस में एक सीट छोड़कर बैठना अनिवार्य किया गया है. एक सीट के बाद एचआरटीसी की ओर से साइन लगाए गए हैं कि इस सीट पर बैठना मना है. पूरे हिमाचल प्रदेश में बसें चलना शुरू हो गई है और सारे एहतियात बरतने के बाद ही बसें अपने-अपने रूटों पर भेजी जा रही हैं.
बसों में होंगी 60 प्रतिशत सवारियां
सरकार की ओर से जारी आदेशानुसार बसों में सिर्फ 60 प्रतिशत सवारियां ही सफर कर सकेंगी. वहीं, आरटीओ का भी कहना है कि अगर कोई भी बस चालक अन्य 60 प्रतिशत से अधिक सवारियां बसों में बिठाता है तो उसके खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई अमल में लाई जाएंगी.