बिलासपुर: विश्व विख्यात शक्ति पीठ श्री नैना देवी में महिलाओं व युवतियों ने दुल्हन की तरह सजकर अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे वर की कामना के लिए भगवान शंकर और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करके हरतालिका तीज का त्योहार मनाया. वहीं, शनिवार सुबह पूजा व आरती के साथ व्रत का समापन किया.
बता दें कि हरतालिका तीज को हिमाचली भाषा में चिड़ियों का व्रत भी कहा जाता है और इस दिन निर्जला व्रत करके भगवान शिव और उनकी अर्धांगिनी पार्वती की पूजा करके अपने पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है.
करवा चौथ के व्रत में महिलाएं रात के समय चंद्रमा की पूजा करके अपना व्रत खोल देती हैं, लेकिन हरतालिका तीज के व्रत में सुबह पूजा करके व्रत को खोला जाता है. आज के दिन महिलाएं भिन्न-भिन्न प्रकार के पकवान बनाकर भगवान शिव और पार्वती को प्रसाद लगाती हैं. साथ ही शिव पार्वती की पूजा विभिन्न प्रकार के फूलों, फलों और हरे पत्तों के द्वारा करती हैं, ताकि उनका सौभाग्य सलामत रहे.
नंदनी शर्मा ने बताया कि हरतालिका तीज का त्योहार बड़ी हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया है और आज आरती के साथ उसका समापन किया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में युवतियों और महिलाओं द्वारा अपने सुहाग की लंबी उम्र और वर के लिए ये व्रत रखा जाता है.
पुजारी दीपक भूषन ने बताया कि हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और रत्रि जागरण किया जाता है. उन्होंने कहा कि इस व्रत को करने से सुहागन स्त्री के सुहाग की लंबी उम्र और युवतियों को अच्छा वर मिलता है.
ये भी पढ़ें: कोलर में आंगनबाड़ी वर्कर्स को किया जागरूक, बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के दिए टिप्स