बिलासपुर: प्रदेश में कोराना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिला में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. बताया जा रहा है कि पांच संक्रमित लोगों में से एक तीन वर्षीय बच्चा भी शामिल हैं. सभी दिल्ली और हरियाणा से वापस लौटे थे.
बता दें कि उपमंडल घुमारवीं की आईपीएच कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय युवक अपने भाई के साथ हरियाणा के सोनीपत से 15 जून को वापस आया था, जिसे जिला प्रशासन ने निरंकारी भवन में क्वारंटाइन टाइम में रखा था. जब उक्त युवक का कोरोना टेस्ट लिया गया, तो पहले उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई और भाई की भी रिपोर्ट निगिटिव आई, लेकिन जब दोबारा उसका कोरोना टेस्ट हुआ, तो युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई.
वहीं, दूसरे मामले में भटौली मल्यावर से संबंध रखने वाला 27 वर्षीय युवक दिल्ली से वापस लौटा था. जिससे उसे भी राम मंदिर ननांवा में क्वारंटाइन टाइम में रखा गया था, जबकि तीसरे मामले में ग्वाल मुथानी गांव का 30 वर्षीय व्यक्ति 19 जून को हरियाणा के गुड़गांव से लौटा था, जिससे उसे भी राम मंदिर ननांवा में क्वारंटाइन टाइम में रखा गया था.
चौथे मामले में एक तीन साल का बच्चा शामिल है, जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. ये 19 जून को अपने परिवार के साथ दिल्ली से वापस लौटा था, जिसे राम मंदिर में ननांवा में क्वारंटाइन टाइम में रखा गया था. पांचवे मामले में भटोली निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है, जो दिल्ली से लौटे थे.
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एमओएच डॉ. परविन्द्र सिंह ने कहा कि उपमड़ल घुमारवीं से सबंध रखने वाले पांच लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, जिनमें से एक तीन वर्षीय बच्चा भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सभी पीड़ितों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था, जिन्हें अब कोविड-19 आयुर्वेदिक अस्पताल चांदपुर ले जाया गया है.
डॉ. परविन्द्र सिंह ने कहा कि अभी तक जिला में 3 हजार 300 से ज्यादा लोगों के कोविड-19 के सैंपल लेकर लिए जांच के लिए आईजीएमसी की लैब में भेजे गए हैं. जिसमें से 3089 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि 43 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. वहीं, बाकी लोगों की कोरोना रिपोर्ट आना बाकी है. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से 27 लोग ठीक होकर घर चले गए हैं, जबकि 16 लोगों का इलाज चल रहा है.
एमओएच ने बताया कि जो लोग बाहर से घर वापस आ रहे हैं, उनकी सीमा पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और जो रेड जोन से आ रहे हैं, उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा गया है और सात दिन बाद उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा.