बिलासपुर: उच्च शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर राजकुमार शर्मा ने बताया कि उन्होंने एक माह के भीतर जिला के 20 स्कूलों का निरीक्षण कर चुके है. इस दौरान उनके निरीक्षण में एक खुलासा हुआ है कि अनलाॅक व अब नियमित कक्षाएं शुरू होने के दौरान सबसे ज्यादा विज्ञान संकाय के विद्यार्थी स्कूल पहुंच रहे है.
जिलाभर के स्कूलों की रिपोर्ट के अनुसार विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों का आंकड़ा सबसे अधिक रहा है. उपनिदेशक ने यह भी साफ किया है कि जिला के बल्चुराणी स्कूल में 90 प्रतिशत बच्चे स्कूल में पहुंच रहे हैं, जिनमें से अधिक संख्या विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों की है.
उपनिदेशक ने बताया ने जिला का बल्चुराणी स्कूल एक मात्र ऐसा स्कूल ने जिन्होंने अपने खर्च पर स्कूल में आने वाले बच्चों को फेस शिल्ड सहित हैंड गल्ब्स वितरित किए है. बिना इन दो उपकरणों के स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाता है. वहीं, यह दोनों सुरक्षा उपकरण विद्यार्थियों को निःशुल्क बांटे गए हैं. जिला के सभी स्कूलों मे आदेश जारी किए हैं कि स्कूल प्रबंधन यह तय करेगा कि छात्रों की किस तरह से कक्षाएं लगानी हैं.
दरअसल, अगर किसी स्कूल में सौ से ज्यादा छात्र हुए तो प्रधानाचार्यों को अल्टरनेट-डे पर छात्रों को स्कूलों में बुलाना होगा. वहीं, अगर किसी स्कूल, कालेज में छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग में बैठाने के लिए क्लासरूम नहीं होंगे, तो ऐसे में बोर्ड कक्षाओं के छात्रों की रेगुलर कक्षाएं शुरू करने को ज्यादा तवज्जो देनी होगी. इस दौरान पूरी व्यवस्था प्रबंधन को करनी होगी. स्कूल में आने वाले छात्रों को मास्क पहनकर आना होगा.
स्कूल में सेनेटाइजर की सुविधा होनी चाहिए. इसके साथ ही थर्मल स्कैनिंग के बिना कोई भी छात्र स्कूल में इंटर नहीं होगा. सरकार की ओर से आदेश दिए गए हैं कि स्कूल, कालेज प्रबंधन को हर पीरियड के बाद छात्रों को हाथ धोने के लिए भेजना होगा.
अहम यह है कि संक्रमण के दौरान पहली बार छात्रों के लिए खोले जा रहे स्कूलों में पूरी व्यवस्थाएं करनी होगी. वहीं राज्य सरकार की ओर से जारी की गई एसओपी के तहत ही स्कूलों में नियमों का पालन करना होगा.