बिलासपुरः जिला बिलासपुर जल एवं स्वच्छता अभियान के तहत बुधवार को एक बैठक का अयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने करते हुए कहा कि जल शक्ति विभाग के माध्यम से इस अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है.
डीसी बिलासपुर ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के साफ पानी की व्यवस्था की जाए. साथ ही हर घर को नल और हर नल में शुद्ध पीने का पानी पहुंचाया जाए. उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में जल जीवन अभियान फेस 3 के तहत लगभग 79 करोड़ 32 लाख रुपये की लागत की 6 पेयजल योजनाओं को मंजूरी के लिए सरकार को भेजा जा रहा है.
राजेश्वर गोयल ने बताया कि इन योजनाओं के तहत 14,140 आंशिक रूप से छुटे हुए घरों को नल की सुविधा उपलब्ध करवाना और पेयजल योजनाओं में सुधार करने का प्रावधान किया गया है. जल जीवन अभियान फेस 1 के तहत 22,733 आंशिक रूप से छुटे हुए घरों को नल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए लगभग 200 करोड़ 78 लाख रुपये की योजनाएं स्वीकृत हुई है.
इसी प्रकार फेस 2 में 9,127 घरों को नल सुविधा प्रदान करने के लिए लगभग 18 करोड़ 72 लाख रुपये की योजनाओं को स्वीकृति मिली है. इनका कार्य प्रगति पर है. उन्होंने बताया कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल एक लाख 2 हजार 572 मकान है. इनमें से आंशिक रूप से छुटे हुए घरों को जल जीवन अभियान के अंतर्गत जून 2021 तक नल सुविधा से जोड़ दिया जाएगा.
उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से आह्वान किया कि वे जल जीवन अभियान के तहत स्वीकृत योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाए ताकि प्रत्येक व्यक्ति को नल द्वारा उसके घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा सके.
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