बिलासपुर: समता सैनिक दल (Samta Sainik Dal) ने देवभूमि क्षत्रिय संगठन (Devbhoomi Kshatriya Sanghatan) व देवभूमि स्वर्ण मोर्चा (Devbhoomi Swarna Morcha) द्वारा जातिगत आरक्षण व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC ST Atrocities Prevention Act) की शव यात्रा निकालने पर कड़ा विरोध जताया है.
इसके विरोध में बुधवार को बिलासपुर में समता सैनिक दल के बैनर तले जिला के विभिन्न दलित समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों ने काले बिल्ले लगाकर शहीद स्मारक से उपायुक्त कार्यालय तक शांतिपूर्ण रोष रैली निकाली गई और उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया.
समता सैनिक दल के अध्यक्ष अनूप भाटिया ने कहा कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि स्वर्ण मोर्चा द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों के विरुद्ध अनाप-शनाप बयानबाजी की गई है, जिससे दलित वर्ग में व्यापक आक्रोश है. ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि उनके विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए (Case of Unlawfull Activity) और इस तरह के संगठनों को प्रदेश में पूरी तरह से बैन किया जाए.
अनूप भाटिया ने कहा कि ऐसे संगठनों द्वारा हिमाचल में जातिगत हिंसा (caste violence in himachal) को भड़काने व शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्वर्ण आयोग के सदस्य आंदोलन कर रहे हैं और वह उसका कड़ा विरोध करते हैं. उन्होंने मांग उठाई कि इस तरह से किए गए आंदोलन पर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
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