बिलासपुर: हिमाचल में जहरीला शराब के मामले में कई अन्य बड़े खुलासे हो सकते हैं. कुछ दिन पहले ही हिमाचल पुलिस द्वारा मध्य प्रदेश के एक फॉर्म हाउस में की गई रेड में पकड़े गए आरोपियों में दो आरोपी बिलासपुर जिले से संबंध रखते हैं. जिनकी पहचान गुरदेव सिंह गांव व डाकघर कुठेला तहसील नैना देवी व वीरेंद्र कुमार उर्फ गगन गांव करियालंग डाकघर बडाघाट तहसील घुमारवीं जिला बिलासपुर के रूप में हुई है.
ऐसे में बिलासपुर पहुंचे डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu reached Bilaspur) ने (Mandi Poisonous Liquor Case) कहा कि इन आरोपियों की पूरी हिस्ट्री पता की जा रही है. वहीं, पुलिस सूत्रों के अनुसार इन दोनों युवकों के खिलाफ पहले से ही बिलासपुर पुलिस द्वारा नशे के मामले में कई एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
ऐसे में अब पुलिस को कई सुराग और भी बरामद हो सकते है. जानकारी के अनुसार बीते 24 जनवरी 2022 को स्वारघाट क्षेत्र में बोलेरा कार में मिली शराब और स्पिरिट की खेप के तार भी इन दोनों आरोपियों से जुड़े हुए है. हालांकि अभी तक पुलिस इस मामले की सारी जांच कर रही है, लेकिन पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि इन आरोपियों के पकड़े जाने से बिलासपुर जिले में भी कई अवैध रूप (illegal liquor in himachal) से किए जा रहे धंधों पर भी पुलिस पहुंच सकती है.
पत्रकारों को जानकारी देते हुए संजय कूंडू ने बताया कि हिमाचल पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों ने 10 दिन के भीतर 10 हजार किलोमीटर का सफर तय दिया है. जिसके चलते यह आरोपी पकड़े गए है. उन्होंने कहा कि अवैध शराब के मामले में संलिप्त एक भी व्यक्ति नहीं बच सकता है. उन्होंने शराब विक्रेताओं से भी आग्रह किया है कि पुलिस की इस जांच में पुलिस अधिकारियों को पूरी तरह से सहयोग करें. बता दें कि अभी तक हिमाचल पुलिस ने 19 आरोपियों को इस मामले में पकड़ लिया है. जिनमें 11 न्याय हिरासत में है और 8 पुलिस कस्टडी में है.
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