बिलासपुर: ब्लॉक कांग्रेस कमेटी घुमारवीं के कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक अध्यक्ष जागीर सिंह मेहता की अध्यक्षता में देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर धरना प्रदर्शन किया साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद को SDM के माध्यम से ज्ञापन भेजा है.
ज्ञापन सौंपने के बाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार के खिलाफ पेट्रोल और डीजल के दामों में की जा रही बढ़ोतरी को लेकर जमकर नारेबाजी की. इसी बीच उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा इलेक्ट्रीसीटी दी जाने वाली सब्सिडी को वापस लेने पर सवाल उठाए.
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 41 डॉलर प्रति बैरल है और देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले एक माह में लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं. तेल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में लगभग 10 रुपये का इजाफा किया है, जबकि डीजल 11 रुपये प्रति लीटर की दर से महंगा हुआ है.
राजेश धर्माणी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एक पर्वतीय राज्य है और यहां पर औद्योगिक क्षेत्र अन्य प्रदेशों की अपेक्षा कम है और यहां की मुख्य आमदनी कृषि व पर्यटन व्यवसाय पर आधारित है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से प्रदेश में कृषि और पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, जिससे प्रदेश में आमजन की मुसीबतों को देखते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर नियंत्रण करना आवश्यक है.
धर्माणी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से आज पूरा देश जूझ रहा है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढाए जाने पर प्रदेश सहित देश की जनता पर केन्द्र सकार द्वारा बोझ डाला गया है. उन्होंने कहा कि इस संकट काल में सरकार द्वारा लोगों को राहत दी जानी चाहिए.
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