बिलासपुरः हिमाचल में बरसात का मौमस जारी है. ऐसे में बरसात में होने वाली बीमारियों से बचाव की जरूरत रहती है. इसी को लेकर बिलासपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को डेंगू व बरसात में फैलने वाली अन्य बीमारियों से जागरूक रहने की अपील की है.
सीएमओ बिलासपुर डॉ. प्रकाश दडोच ने कहा कि कोरोना वायरस के साथ ही डेंगू से भी बचाव करने की जरूरत है. डेंगू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलती है. डेंगू मच्छर बरसात के दौरान अधिक पाए जाते हैं.
ये आस-पास एकत्रित खुले और साफ पानी में अंडे देते हैं. इनके शरीर पर सफेद और काली पट्टी होती है इसलिए इनको चीता मच्छर भी कहते हैं. यह मच्छर निडर होता है और ज्यादातर दिन के समय काटता है. डेंगू एक तरह का वायरल बुखार है. डेंगू बुखार अधिकतर बरसात के महीनों जुलाई, अगस्त व सितम्बर में होने वाला रोग है.
उन्होंने कहा कि एडीज मादा मच्छर डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को काट कर 8 से 10 दिनों में खुद संक्रमित हो जाती है, जब वह स्वस्थ व्यक्ति को काटती है तो व्यक्ति को डेंगू बुखार हो जाता है. काटने के बाद 5-6 दिन में रोग के लक्षण सामने आने लगते हैं. इसमें व्यक्ति का चेहरा लाल, तेज बुखार, सर, मांसपेशी और जोड़ों में दर्द, आंखो को हिलाने डुलाने में दर्द, चेहरे, गले व छाती पर लाल चकत्ते व उल्टी आने जैसे लक्ष्ण सामने आने लगते हैं.
ऐसे में जल्द डॉक्टर से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि पांच से सात दिन में सामान्य उपचार से रोगी ठीक हो जाता है. इसका इलाज मुमकिन है. ऐसे में घबराएं नहीं बल्कि सावधानी बरतें. घर के आसपास गंदगी और पानी जमा न होने दें. डॉ. प्रकाश दरोच ने कहा कि डीसी बिलासपुर की ओर से इस दिशा में सभी विभागों को इससे बचाव के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारी से अवगत करवा दिया है कि सम्बन्धित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में बचाव कार्य करें.
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