बिलासपुर: बाबा बालक नाथ शाहतलाई चैत्र मेला 14 मार्च से 13 अप्रैल तक बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त तोरुल रवीश ने चैत्र मेला बाबा बालक नाथ शाहतलाई के प्रबंधों के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए (ADC bilaspur meeting on Chaitra Fair) दी. उन्होंने बताया कि मेले के सफल आयोजन के लिए सभी को आपसी सामंजस्य व सहयोग की भावना से अपनी कारगर भूमिकाओं का निर्वहन करना होगा ताकि श्रद्धा एवं भक्ति के परम स्थल बाबा की नगरी में श्रद्धालुओं की तादाद में वृद्धि हो और लोगों को अच्छी सुविधा भी प्राप्त हो सके.
मेले के प्रबंधों को देखने के लिए एसडीएम झंडूता को मेला अधिकारी और कानून व्यवस्था को देखने के लिए डीएसपी घुमारवीं को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है. नायब तहसीलदार कलोल को सहायक मेला अधिकारी नियुक्त किया गया (Chaitra Fair in bilaspur) है. उन्होंने बताया कि मेले के दौरान तलाई में धारा 144 लागू रहेगी. बैठक में निर्णय लिया गया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला डयूटी के दौरान पुलिस, होमगार्ड और महिला पुलिस को तैनात किया जाएगा और आवश्यकतानुसार इनकी संख्या में वृद्धि भी की जा सकती है.
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले से पहले तलाई की सभी सड़कों की टायरिंग कर दें. स्वास्थ्य विभाग को मेले में तीन डॉक्टर को तैनात करने के निर्देश दिए. जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले के दौरान पानी में ब्लीचिंग पाउडर डालना सुनिश्चित (Deotsidh Hamirpur Himachal) करें. उन्होंने कहा कि सभी औपचारिकता व शर्तों को पूरा करने के उपरान्त ही मंदिर न्यास द्वारा बाहरी लंगर समितियों को लंगर लगाने की अनुमति दी जाएगी, जबकि सहायक मेला अधिकारी की अध्यक्षता में बनी खाद्य कमेटी द्वारा सभी लंगरों की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच की जाएगी.
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि बिना अनुमति से लंगर को चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यदि कोई लंगर मालिक बिना अनुमति के लंगर चलाता है तो उनके खिलाफ खाद्य कमेटी द्वारा सख्त कार्रवाई अमल में लाई (Baba Balak Nath Temple Deotsidh) जाएगी. उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों व खाद्य निरीक्षक से कहा कि वह स्थानीय दुकानों में बन रहे खाद्य पदार्थो के संयुक्त रूप से सेंपल लेने आरंभ कर दें ताकि किसी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो सके.उन्होंने नगर पंचायत को मंदिर क्षेत्र और इसके आसपास जगह-जगह पर डस्टबिन लगाने के निर्देश दिए ताकि प्लास्टिक इत्यादि से मेला क्षेत्र और आसपास गंदगी न फैले और बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालुओं के बीच भी इस तीर्थ स्थान का अच्छा संदेश जाए.
तोरुल रवीश ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थाई और अस्थाई शौचालयों का निर्माण भी किया जाएगा, ताकि गंदगी न फैले और बाहर से आए श्रद्धालुओं को खुले में शौच करने से रोका जा सके. उन्होंने मन्दिर ट्रस्ट के सभी अधिकारियों और नगर पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों से सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने व मेले को सफल बनाने के लिए सहयोग का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें: फीस निर्धारण के लिए आयोजित की जाएं अभिभावकों की आम सभाएं: छात्र अभिभावक मंच