बिलासपुरः जिला बिलासपुर में 1,415 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए. उनमें से 1330 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 11 की रिपार्ट अभी तक पॉजिटीव आई है. यह जानकारी सीएमओ बिलासपुर डॉ. प्रकाश दरोच ने दी. उन्होंने बताया कि इनमें से 4 ठीक हो गए हैं, बाकी 7 का इलाज चल रहा है. वहीं, जिला बिलासपुर में अभी 74 सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
सीएमओ बिलासपुर ने बताया कि इन दिनों बाहर से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहें हैं. सभी की बार्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार रेड जोन से आ रहे लोगों को इंस्टीचयूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है और 5 से 7 दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है.
नेगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारनटाइन में भेजा जा रहा है, और बाकी को डॉक्टरों की अनुमति के हिसाब से उनका क्वारंटाइन किया जा रहा है.
डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर बताएं अगर वो कोरोना टेस्ट के लिए कहें तो उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संस्थान में जाकर अपना टैस्ट जरूर करवाएं.
सीएमओ बिलासपुर ने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिए हैं. घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग करें और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध है. उन्होंने कहा कि हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए.
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह अथवा आंखों को न छुंएं, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाए, न गले लगाएं, सार्वजनिक स्थानों पर खुले में न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, अस्पतालों में बहुत ही जरूरी होने पर जाएं.
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