मुंबई: इजराइल-हमास युद्ध के कारण दुनियाभर के शेयरों में गिरावट आई है, जिसमें भारतीय बाजार भी शामिल है. बीएसई पर सेंसेक्स 483 अंको से गिरकर 65,512 पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 0.80 फीसदी से गिरकर 19,496 पर क्लोज हुआ. इजराइल और गाजा की स्थिति के कारण मध्य पूर्व से उत्पादन बाधित होने की चिंताओं के कारण सोमवार को तेल की कीमतों में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी तेल के लिए बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) बढ़कर 86 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गया, जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमत भी शुरुआती एशियाई कारोबार में बढ़ी. इज़राइल और फ़िलिस्तीनी क्षेत्र तेल उत्पादक नहीं हैं, लेकिन मध्य पूर्वी क्षेत्र वैश्विक आपूर्ति का लगभग एक तिहाई हिस्सा है।
सोमवार को शेयर मार्केट की शुरुआत लाल निशान पर हुई. बीएसई पर सेंसेक्स 470 अंकों से गिरकर 65,525 पर खुला. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 141 अंकों के गिरकर 19,508 पर ओपन हुआ. इस युद्ध के कारण फिर से बाजार में तनाव बढ़ गया है, तेल की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिला है, जिससे वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में दबाव पड़ा है.
कुछ दिनों पहले जो तेल के कीमतों में गिरावट देखने को मिली ती, वो फिर से उलट गई है, जिससे मुद्रास्फिति से जुड़ी चिंताएं बढ़ गई है. अगर ये युद्ध लब्बे समय तक चला तो रुपये को नुकसान पहुंचा सकता है और विदेशी इक्किटी आउटफ्लो को बढ़ावा दे सकता है. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 24 शेयर रेड जोन में ओपन हुए है.