बेंगलुरु: दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys Moonlighting) ने एक साथ दो कंपनियों के लिए कार्य करने वाले कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतवानी दी है. कंपनी द्वारा कर्मचारियों को भेजे गए रिमाइंडर मेल में कहा गया है कि दो जगहों पर काम करने या 'मूनलाइटिंग' की अनुमति नहीं है. अनुबंध के किसी भी उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगा तथा नौकरी से निकाला भी सकता है. साथ ही कंपनी ने इसे कर्मचारी आचार संहिता का उल्लंघन बताया है.
बता दें, आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने हाल ही में दो कंपनियों के लिए काम करने की प्रथा को 'धोखाधड़ी' करार दिया था. इसके कुछ सप्ताह बाद इंफोसिस ने यह कदम उठाया है. भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने सोमवार (12 सितंबर) को कर्मचारियों को 'नो डबल लाइव्स' शीर्षक से एक ईमेल में कहा कि कर्मचारी पुस्तिका और आचार संहिता के अनुसार, यह स्पष्ट है कि एक साथ दो जगह पर काम करने की अनुमति नहीं है.
आईटी कंपनी ने ई-मेल में कहा, 'अनुबंध का किसी भी तरह उल्लघंन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी और कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है.' कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि मैनेजर और सीनियर कंसल्टेंट लेवल के एंप्लॉयीज को मेल नहीं मिला. हालांकि, इंफोसिस ने इस संबंध में सार्वजनिक रूप से अभी कोई टिप्पणी नहीं की है.
आईटी इंडस्ट्री की नई मुसीबत 'Moonlighting' क्या है?
कर्मचारियों के नौकरी के साथ अलग से कोई काम करने या प्रोजेक्ट पकड़ने को 'मूनलाइटिंग' कहा जाता है. बताया जा रहा है कि कोरोना काल में मूनलाइटिंग का चलन बढ़ा है. इस दौरान कर्मचारियों ने वर्क फ्रॉम होम का फायदा उठाते हुए एक साथ दो-दो कंपनियों के लिए काम करना शुरू कर दिया. अब मूनलाइटिंग आईटी कंपनियों के लिए मुसीबत बन गई है. हालांकि, कोई भी कंपनी एक साथ दो जगहों पर काम करने की अनुमति नहीं देती है.
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