नाहन: सिरमौर जिले के ऊपरी क्षेत्रों में पिछले 3 दिनों से हो रही भारी बर्फबारी (Snowfall in Sirmaur) के कारण जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. ऐसे में लोगों की मुश्किलें भी काफी बढ़ गई हैं. दरअसल सोमवार को तीसरे दिन भी जिला के चूड़धार, नोहराधार, हरिपुरधार आदि क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा. ऐसे में जन जीवन काफी अधिक प्रभावित हुआ है. एक ओर जहां सैंकड़ों गांवों में 40 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप (Power cut in villages of sirmaur) पड़ी है, तो वहीं 16 घंटों के बाद नोहराधार व हरिपुरधार बाजार में बिजली बहाल हो पाई.
वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में एलटी लाइनें टूटने से बिजली गुल है, जिसे दुरुस्त करने में बोर्ड के कर्मचारियों को दो से तीन दिन का समय और लग सकता है. दूसरी तरफ क्षेत्र की 14 सड़कें भारी बर्फबारी के चलते सोमवार दोपहर बाद तक भी बंद (Roads blocked in sirmaur after snowfall) रही. बिजली और लोक निर्माण विभाग के कर्मी बर्फ हटाने व बिजली लाइनें को ठीक करने के कार्य में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं. लेकिन, लगातार हो रही बर्फबारी के कारण विभागों को दिक्कतें पेश आ रही हैं.
नोहराधार में तीन दिनों में डेढ़ फुट बर्फ गिर चुकी है, तो वहीं नोहराधार के साथ लगते क्षेत्र चाबधार, जौ का बाग, जमनाला आदि में 3 फुट ताजा हिमपात हुआ है. इसी तरह हरिपुरधार में अढ़ाई फुट तक हिमपात हुआ है. जबकि हरिपुरधार के खड़ाह क्षेत्र में तीन फुट के करीब बर्फ जम चुकी है. वहीं, थियानबाग में तीन फुट, गताधार में एक फुट ताजा हिमपात दर्ज किया गया है. इसके चलते इन क्षेत्रों में सभी छोटे-बड़े मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं.
लोग डलयानु से हरिपुरधार 16 किलोमीटर पैदल सफर कर रहे हैं. वहीं, हरिपुरधार से 10 किलोमीटर पंचभेया तक पैदल पहुंचना पड़ रहा है. बर्फ जमने से तीन दिन से नाहन से आने जाने वाले वाहनों के पहिये भी जाम हैं. हालांकि बर्फ हटाने के लिए विभाग द्वारा तीन मशीनें लगाई गई हैं. लेकिन, बार-बार हो रही बर्फबारी (Snowfall in Himachal) के चलते कार्य करने में लोक निर्माण विभाग को काफी मुश्किलें पेश आ रही हैं. सोमवार को खराब मौसम के बावजूद दर्जनों यात्रियों को बर्फ के बीच पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा.
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