कुल्लू: ग्रामीण क्षेत्रों में क्वारंटाइन पर रखे गए लोगों की जानकारी लेने और आम लोगों को क्वारंटाइन के नियमों से अवगत करवाने के लिए उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने वीरवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से जुड़कर सीधी बात की.
आम लोगों के साथ किए गए इस संवाद के दौरान उपायुक्त ने विभिन्न गांवों में क्वारंटाइन पर रखे गए लोगों की पूरी जानकारी और क्वारंटाइन के नियमों पर विस्तार से चर्चा की. डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि जिला में बाहरी राज्यों से आए हजारों लोगों को विभिन्न क्वारंटाइन केंद्रों पर रखा गया है. इनमें से कई लोग 14-14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर चुके हैं और अपने घर जा चुके हैं. गोवा, महाराष्ट्र, मुंबई, दिल्ली और देश के अन्य क्षेत्रों से कुल्लू आए हजारों लोगों में से केवल दो ही कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इनमें से एक पूरी तरह ठीक है और अपने घर जा चुका है.
उपायुक्त ने ग्रामीणों से कहा कि किसी व्यक्ति को क्वारंटाइन पर रखने का यह मतलब नहीं है कि वह कोरोना संक्रमित है. दरअसल, बाहरी राज्य, विशेषकर रेड जोन से आए व्यक्ति में संक्रमण की आशंका के चलते उसे एहतियात के तौर पर 14 दिन के क्वारंटाइन पर रखना बहुत जरूरी है. इससे कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है.
उपायुक्त ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति क्वारंटाइन की अवधि पूरी करके अपने गृह क्षेत्र में पहुंचता है तो उससे अन्य लोगों को कोई भी खतरा नहीं हो सकता है. ऐसे लोगों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए.
डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति होम क्वारंटाइन पर रखा गया है तो उसे घर पर पूरी सावधानी बरतनी चाहिए. उसे अपने परिवार के अन्य सदस्यों से पूरी तरह अलग-थलग रहना चाहिए. वह घर के ऐसे अलग कमरे में रहे, जहां अन्य परिजनों का आना-जाना न हो. उसे अलग शौचालय और बाथरूम का प्रयोग करना चाहिए. उसका तौलिया, बर्तन, बिस्तर और दैनिक उपयोग का सामान भी अलग ही होना चाहिए. उसे मास्क, सेनिटाइजर का नियमित प्रयोग करना चाहिए.
उपायुक्त ने कहा कि मास्क, सेनिटाइजर और साबुन के नियमित उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए हम कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित कर सकते हैं. इस अवसर पर उपायुक्त ने कई क्षेत्रों में क्वारंटीन पर रखे लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की.
उपायुक्त कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने वीरवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से जुड़कर सीधी बात की. आम लोगों के साथ किए गए इस संवाद के दौरान उपायुक्त ने विभिन्न गांवों में क्वारंटाइन पर रखे गए लोगों की पूरी जानकारी और क्वारंटाइन के नियमों पर विस्तार से चर्चा की.