कोलकाता: वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान द्वारा आत्मसमर्पण किए गए एक रॉकेट लॉन्चर सहित पांच राइफलों और हथियारों का प्रदर्शन कोलकाता में किया जाएगा. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंजूरी दे दी है. अब ये हथियार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा पश्चिम बंगाल के प्रशासक जनरल और आधिकारिक ट्रस्टी बिप्लब रॉय को सौंपे जाएंगे.
रॉय पहले ही दिल्ली आ चुके हैं और हथियार लेने के लिए ग्वालियर जाएंगे. इसके बाद इन हथियारों को कोलकाता लाया जाएगा. आने वाले दिनों में इन हथियारों को जनता के लिए प्रस्तावित संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा. विशेष रूप से यह पहली बार है कि राज्य में किसी नागरिक संगठन को 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा आत्मसमर्पण किए गए हथियार प्राप्त होंगे.
रॉय ने ईटीवी भारत से कहा, 'अभी मैं दिल्ली हवाई अड्डे पर हूं और ग्वालियर के लिए अपनी उड़ान का इंतजार कर रहा हूं. मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार बीएसएफ के महानिदेशक हथियार सौंपेंगे. हथियारों में एक रॉकेट लॉन्चर भी शामिल है. इनका इस्तेमाल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तानी सेना द्वारा किया गया था. हम इन हथियारों को एक संग्रहालय और अनुसंधान केंद्र में प्रदर्शित करेंगे जो कोलकाता में बनेगा.'
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प्रस्तावित संग्रहालय पर रॉय ने कहा, 'हमारी युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन करने के लिए कोलकाता में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय स्थापित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और कानून मंत्री मलय घटक के साथ इस पर चर्चा कर चुकी हैं. महत्वपूर्ण कलाकृतियाँ, मध्ययुगीन काल और प्राचीन सभ्यता से जुड़ी चीजें संग्रहालय में रखा जाएगा. संग्रहालय युवा पीढ़ी को भारतीय इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ शोधकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल साबित होगा.