कीव : यूक्रेन में जंग जल्द समाप्त नहीं होगा क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यु्द्ध को लेकर बड़ी बात कही है . उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन में तब तक सैन्य अभियान जारी रखेगा जब तक कि उसके लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते. पुतिन ने कहा कि अभियान योजना के मुताबिक चल रहा है. पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन इस्तांबुल में रूसी वार्ताकारों के साथ बातचीत के दौरान किए गए प्रस्तावों से पीछे हट गया, जिसके परिणामस्वरूप वार्ता में गतिरोध पैदा हो गया और रूस के पास अपने आक्रामक रवैये के साथ आगे बढ़ने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन में रूस का युद्ध नरसंहार के बराबर है. इधर, यूक्रेन के रूस समर्थक विपक्षी नेता और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी विक्टर मेदवेदचुक को यूक्रेन की एसबीयू गुप्तचर सेवा के विशेष अभियान के दौरान हिरासत में ले लिया गया है. यूक्रेन के अधिकारियो ने यह जानकारी दी. यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख इवान बाकानोव ने एजेंसी के टेलीग्राम चैनल पर कहा कि मेदवेदचुक को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे कुछ देर पहले राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें मेदवेदचुक बैठे हुए थे और उनके हाथों में हथकड़ी लगी थी. मेदवेदचुक रूस समर्थक पार्टी 'अपोजिशन प्लेटफॉर्म-फॉर लाइफ' के प्रमुख हैं. उन्हें युद्ध शुरु होने से पहले घर में नजरबंद कर दिया गया था, लेकिन बाद में वह फरार हो गए थे.
रूस को अलग-थलग नहीं किया जा सकता : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उनके देश को अलग-थलग नहीं किया जा सकता. रूस के सुदूर पूर्व में वोस्तोचनी अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र के दौरे पर पहुंचे पुतिन ने कहा कि रूस का खुद को अलग करने का कोई इरादा नहीं है और विदेशी शक्तियां इसे अलग-थलग करने में सफल नहीं होंगी. उन्होंने कहा, आज की दुनिया में किसी को भी अलग-थलग करना निश्चित रूप से असंभव है, विशेष रूप से रूस जैसे विशाल देश को. पुतिन ने कहा, हम अपने उन भागीदारों के साथ काम करेंगे जो सहयोग करना चाहते हैं. बता दें कि, यूक्रेन में रूस द्वारा 24 फरवरी को सैन्य कार्रवाई शुरू किए जाने के बाद से पुतिन की वोस्तोचनी की यात्रा मॉस्को के बाहर उनकी पहली ज्ञात यात्रा है.
बाइडेन ने कहा, रूस का युद्ध ‘नरसंहार‘ है, यूक्रेनियों का नामो निशान मिटा रहा है : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन में रूस का युद्ध नरसंहार के बराबर है. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेनी होने के विचार तक को मिटाने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया. बाइडेन ने वाशिंगटन लौटने के लिए एयर फोर्स वन विमान में सवार होने से पहले आयोवा में पत्रकारों से बातचीत में कहा, हां, मैंने इसे नरसंहार करार दिया है. यह साफ हो गया है कि पुतिन यूक्रेनी होने के विचार तक को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं. आयोवा के मेनलो में एक कार्यक्रम में युद्ध के कारण ईंधन की बढ़ती कीमतों के बारे में बाइडेन ने कहा कि उन्हें लगता है कि पुतिन यूक्रेन के खिलाफ नरसंहार कर रहे हैं. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोई और जानकारी नहीं दी. बाइडेन के नए आकलन के बीच न तो उन्होंने और न ही उनके प्रशासन ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने या यूक्रेन को अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा की है. इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बाइडेन की टिप्पणियों की सराहना की. उन्होंने ट्वीट किया, एक सच्चे नेता के सच्चे शब्द. बुराई का सामना करने के लिए चीजों को उनके नाम से पुकारना जरूरी है. हम अमेरिका से अब तक मिली मदद के लिए उसके आभारी हैं. हमें रूसी अत्याचारों से निपटने के लिए और अधिक भारी हथियारों की जरूरत है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह तय करना वकीलों का काम है कि रूस की कार्रवाई नरसंहार से जुड़े अंतरराष्ट्रीय मानकों से मेल खाती है या नहीं. उन्होंने कहा, रूस ने यूक्रेन में जो भयानक कृत्य किए हैं, उनसे जुड़े और सबूत सामने आ रहे हैं. हमें विनाश के बारे में और जानकारियां मिल रही हैं. वकीलों को तय करने दीजिए कि यह नरसंहार से जुड़े अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार है या नहीं. गौरतलब है कि बाइडेन ने पिछले हफ्ते रूस की कार्रवाई को ‘नरसंहार’ न बताते हुए केवल युद्ध अपराध करार दिया था.
रूस ने यूक्रेन के आयुध भंडार पर हमले की बात कही : रूस की सेना ने कहा कि उसने यूक्रेन के आयुध भंडार पर लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों के साथ हमला किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने मंगलवार को कहा कि सेना ने एक आयुध डिपो को तथा खमेलनित्स्की में स्तारोकोस्तियानतिनिव में युद्धक विमानों के लिए रीइंफोर्स्ड हैंगर को तबाह करने के लिए हवा और समुद्र से प्रक्षेपित की जाने वाली मिसाइलें दागीं. कोनाशेनकोव ने कहा कि एक अन्य हमले में कीव के पास हवरिलिवका में यूक्रेन के एक आयुध डिपो को नष्ट कर दिया गया.
मारियुपोल पर विषाक्त पदार्थ गिराने के दावे की जांच कर रहा है यूक्रेन : यूक्रेन मारियुपोल में विषाक्त पदार्थ को गिराए जाने के दावे की जांच कर रहा है. वहीं पश्चिमी अधिकारियों ने मंगलवार को चेताया कि रूस की ओर से रसायन हथियारों का इस्तेमाल करने से तनाव में और बढ़ोतरी होगी. यूक्रेन की राजधानी पर कब्जे की महत्वाकांक्षा पूरी नहीं होने के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब अपनी फौज जमा कर रहे हैं ताकि पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर नए सिरे से हमला किया जा सके और उन्होंने मंगलवार को जोर दिया कि उनका अभियान लक्ष्य को हासिल करेगा.
10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए: शहर डोनबास क्षेत्र में आता है जो छह हफ्ते की जंग के दौरान रूस की ओर से की गई बमबारी में तबाह हो गया है. शहर के मेयर का कहना है कि 10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं और शव सड़कों पर बिखरे पड़े हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने सोमवार रात कहा कि रूसी सेना शहर में रसायन हथियारों का इस्तेमाल कर सकती है. इसी तरह की चेतावनियां पश्चिमी अधिकारियों ने भी दी हैं. बता दें कि, डोनबास 2014 से लड़ाई का सामना कर रह है जहां रूस समर्थित अलगाववादियों और यूक्रेन की सेना के बीच संघर्ष चल रहा है. रूस ने अलगाववादियों को स्वतंत्रता के दावे को मान्यता दी है.
चेक गणराज्य यूक्रेनी लोगों को हथियार चलाने का मुफ्त प्रशिक्षण दे रहा है : ओल्हा देम्बित्स्का ने अपने जीवन में एक-47 राइफल से जो पहले चार फायर किये, उनमें से केवल एक गोली ही निशाने पर लगी. 22 साल की इस यूक्रेनी महिला ने माना कि फायरिंग करना पहली बार थोड़ा मुश्किल लगा. चेक गणराज्य 130 यूक्रेनी महिला-पुरुषों को हथियार चलाने का निशुल्क प्रशिक्षण दे रहा है, जिसमें ओल्हा देम्बिस्का भी शामिल हैं. हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने के साथ ही इन प्रशिक्षुओं को प्राथमिक उपचार, युद्ध क्षेत्र में आवाजाही के तरीके और बंदूकों की बुनियादी जानकारी दी जा रही है. प्रशिक्षण लेने वाले सभी लोग बहुत उत्साहित हैं. ओल्हा कहती हैं कि दक्षिणी यूक्रेन स्थित उनके शहर खेरसोन की हालत भयावह है.
ब्लिंकन बोले, जब अमेरिका भागीदार बनने की हालत में नहीं था, तब भारत, रूस संबंध विकसित हुए : इधर, अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत के रूस के साथ संबंध दशकों पुराने हैं और ये ऐसे वक्त में विकसित हुए जब अमेरिका, भारत का साझेदार बनने में सक्षम नहीं था. ब्लिंकन ने यह बात राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के, यूक्रेन पर रूस के हमले की घटना पर भारत के रुख को समझने के संकेतों के बीच कही. दरअसल यूक्रेन संकट को लेकर भारत के रुख पर तथा रूस से रियायती दरों पर तेल खरीदने को लेकर अमेरिका में असंतोष है.
युद्धों से विस्थापित हुए लोगों पर मानव तस्करी और शोषण का खतरा: 2018 में, संयुक्त राष्ट्र के शोध ने सीरिया, इराक, अफगानिस्तान और म्यांमार जैसे संघर्ष क्षेत्रों से मानव तस्करी पीड़ितों की संख्या में भारी वृद्धि दिखाई है. ये पीड़ित आधुनिक दासता के कुछ सबसे बुरे रूपों में पहुंच सकते हैं, जैसे कि जबरन श्रम, जबरन विवाह, यौन दासता या सशस्त्र समूहों के हिस्से के रूप में शोषण. इसी तरह के रुझान यूक्रेन में युद्ध में पहले ही देखे जा चुके हैं. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि अपराधियों और तस्करों ने पहचान पत्र जब्त करके, श्रम या यौन शोषण करके, या केवल युवा महिलाओं को सहायता लक्षित करके यूक्रेनियाई शरणार्थियों का शोषण करने का प्रयास किया है.यह यूक्रेन और यूरोप और मध्य एशिया के देशों के बीच सक्रिय आपराधिक नेटवर्क के पहले से ही स्थापित उद्योग पर आधारित है. यूनिसेफ के अनुसार, 24 फरवरी से 17 मार्च के बीच 500 से अधिक बच्चों के यूक्रेन से रोमानिया में सीमापार करने के बारे में पता चला था.