चेन्नई : अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने तमिलनाडु के चेन्नई स्थित आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में ग्लोबल ड्रग डिवेलपमेंट सेंटर की स्थापना की है. इस सेंटर को रिसर्च और विकास क्षमताओं को एक छत के नीचे लाने के लिहाज से कंपनी का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. यह इंटीग्रेटेड सेंटर, फाइजर के नए इनोवेटिव प्रोजेक्ट को पूरा करेगा. फाइजर का यह सेंटर दुनियाभर में स्थापित 12 ग्लोबल सेंटर के नेटवर्क का हिस्सा होगा. यहां 250 से ज्यादा साइंटिस्ट और रिसर्चर काम करेंगे.
फाइजर इंडिया के कंट्री मैनेजर एस श्रीधर ने कहा कि कंपनी ने IIT मद्रास रिसर्च पार्क में 61 हजार वर्ग फुट के रिसर्च और टेक्नॉलजी सेंटर में 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (करीब 150 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है. यहां दवाओं पर शोध और निर्माण दोनों किए जाएंगे. फाइजर के भारत में विशाखापत्तनम, अहमदाबाद और गोवा में मैन्युफैक्चरिंग साइट्स हैं, फाइजर के पास चेन्नै में 300 से अधिक कर्मचारियों की टीम और एक सर्विस सेंटर भी है.
रिसर्च सेंटर पर ऐक्टिव फार्मास्यूटिकल सामग्री (एपीआई) और तैयार खुराक रूपों (एफडीएफ) दोनों, कॉम्पेल्कस/वैल्यू एडेड फॉर्मूलेशन, कंट्रोल-रिलीज डोज फॉर्म, डिवाइस-कॉम्बिनेशन प्रॉडक्ट, लियोफिलाइज्ड इंजेक्शन, पाउडर वाले उत्पादों को तैयार किया जाएगा. यह ग्लोबल मार्केट में फाइजर मैन्युफैक्चरिंग को सपोर्ट करेगा. एस श्रीधर ने उम्मीद जताई कि आईआईटी-मद्रास और अन्य टेक्नॉलजी रिसर्च पार्क स्टार्टअप्स के साथ निकटता से एकेडमिक्स और उद्योग साझेदारी में भी सुधार होगा
इस सेंटर की लॉन्चिंग पर रसायन और उर्वरक मंत्रालय में फार्मास्यूटिकल्स डिपार्टमेंट की सचिव एस अपर्णा ने कहा कि फार्मा कंपनियों के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन प्रदान करने की जरूरत बढ़ रही है. यह हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स रोगियों के सामने आने वाली नई चुनौतियों का समाधान करते हैं. चेन्नै में फाइजर का यह नया केंद्र उस दिशा में एक कदम है.
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