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रामनवमी पर यूपी में तू तू मैं मैं भी नहीं हुई: योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में राम नवमी के अवसर पर हुई झड़पों के संदर्भ में बयान देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 800 से ज्यादा जुलूस रामनवमी के अवसर पर निकले पर कहीं से कोई अप्रिय घटना की खबर सुनने में नहीं आयी जो बताता है कि यूपी अब विकास के एक नए एजेंडे पर आगे बढ़ रहा है.

योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ
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Published : Apr 13, 2022, 10:03 AM IST

Updated : Apr 14, 2022, 2:10 PM IST

लखनऊ: रामनवमी के अवसर पर जुलूस के दौरान कुछ राज्यों में हुई हिंसक झड़पों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में कोई तनाव नहीं है, यहां तक ​​कि "तू तू मैं मैं भी" नहीं हुआ. हिंदू त्योहार भगवान राम का जन्मोत्सव और रमजान का पवित्र महीना के बावजूद प्रदेश में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. मुख्यमंत्री ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह यूपी के विकास के नए एजेंडे का प्रतीक है. "उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ से ज्यादा की आबादी रहती है. रामनवमी में राज्य भर में 800 से ज्यादा जुलूस भी निकाले गए थे और साथ ही रमजान का पवित्र महीना होने के कारण कई जगहों पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. लेकिन कहीं से भी किसी तरह की तू तू मैं मैं भी सुनने को मिला, दंगों की बात तो अब भूल ही जाएं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए एक भाषण में कहा, "यह यूपी के नए विकास के एजेंडे का प्रतीक है. दंगों, अराजकता या गुंडागर्दी के लिए अब यहां कोई जगह नहीं है. "हाल के यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में दोबारा जीतने का रिकॉर्ड बनाकर व दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ ने गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसक झड़पों के संदर्भ में यह बयान दिया है. जैसा कि इन हिंसा में दो लोगों की मौत हुई और कई घायल भी हुए हैं. मध्य प्रदेश के खरगोन में, शहर के मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरने वाले रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और हिंसा हुई. हालांकि राज्य की भाजपा सरकार ने अब तक 94 लोगों को गिरफ्तार किया है और जुलूस पर कथित रूप से पथराव करने वालों की पहचान करके उसके मकानों को गिराने का अभियान भी शुरू किया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक मस्जिद के बाहर चैत्र नवरात्र की शुरुआत में एक हिंदू पुजारी द्वारा अभद्र भाषण दिए जाने के बावजूद उनकी सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर सवाल भी उठे हैं. पुजारी बजरंग मुनि ने कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और बलात्कार की धमकी दी थी. हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है.

आक्रोश फैलाने वाले एक वायरल वीडियो में, लखनऊ से लगभग 100 किलोमीटर दूर खैराबाद शहर में भगवा पहने महंत बजरंग मुनि ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में एक जीप से एक सभा को संबोधित के करने के दौरान सांप्रदायिक और भड़काऊ टिप्पणी की थी और मौजूद भीड़ ने जय श्नी राम के नारा लगाकर उनका उत्साह भी बढ़ाया था. उस दौरान महंत ने दावा किया कि उसकी हत्या की साजिश में 28 लाख रुपये इकट्ठा किए गए. महंत ने खुलेआम धमकी दी थी कि अगर किसी मुस्लिम इलाके में किसी हिंदू लड़की को परेशान किया गया, तो वह मुस्लिम महिलाओं का अपहरण करेगा और सार्वजनिक रूप से उसके साथ बलात्कार करेगा.

यह भी पढ़ें-मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और दुष्कर्म की धमकी देता वीडियो वायरल, यूपी पुलिस की जांच जारी

लखनऊ: रामनवमी के अवसर पर जुलूस के दौरान कुछ राज्यों में हुई हिंसक झड़पों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में कोई तनाव नहीं है, यहां तक ​​कि "तू तू मैं मैं भी" नहीं हुआ. हिंदू त्योहार भगवान राम का जन्मोत्सव और रमजान का पवित्र महीना के बावजूद प्रदेश में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. मुख्यमंत्री ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह यूपी के विकास के नए एजेंडे का प्रतीक है. "उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ से ज्यादा की आबादी रहती है. रामनवमी में राज्य भर में 800 से ज्यादा जुलूस भी निकाले गए थे और साथ ही रमजान का पवित्र महीना होने के कारण कई जगहों पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. लेकिन कहीं से भी किसी तरह की तू तू मैं मैं भी सुनने को मिला, दंगों की बात तो अब भूल ही जाएं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए एक भाषण में कहा, "यह यूपी के नए विकास के एजेंडे का प्रतीक है. दंगों, अराजकता या गुंडागर्दी के लिए अब यहां कोई जगह नहीं है. "हाल के यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में दोबारा जीतने का रिकॉर्ड बनाकर व दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ ने गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसक झड़पों के संदर्भ में यह बयान दिया है. जैसा कि इन हिंसा में दो लोगों की मौत हुई और कई घायल भी हुए हैं. मध्य प्रदेश के खरगोन में, शहर के मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरने वाले रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद आगजनी और हिंसा हुई. हालांकि राज्य की भाजपा सरकार ने अब तक 94 लोगों को गिरफ्तार किया है और जुलूस पर कथित रूप से पथराव करने वालों की पहचान करके उसके मकानों को गिराने का अभियान भी शुरू किया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक मस्जिद के बाहर चैत्र नवरात्र की शुरुआत में एक हिंदू पुजारी द्वारा अभद्र भाषण दिए जाने के बावजूद उनकी सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर सवाल भी उठे हैं. पुजारी बजरंग मुनि ने कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और बलात्कार की धमकी दी थी. हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है.

आक्रोश फैलाने वाले एक वायरल वीडियो में, लखनऊ से लगभग 100 किलोमीटर दूर खैराबाद शहर में भगवा पहने महंत बजरंग मुनि ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में एक जीप से एक सभा को संबोधित के करने के दौरान सांप्रदायिक और भड़काऊ टिप्पणी की थी और मौजूद भीड़ ने जय श्नी राम के नारा लगाकर उनका उत्साह भी बढ़ाया था. उस दौरान महंत ने दावा किया कि उसकी हत्या की साजिश में 28 लाख रुपये इकट्ठा किए गए. महंत ने खुलेआम धमकी दी थी कि अगर किसी मुस्लिम इलाके में किसी हिंदू लड़की को परेशान किया गया, तो वह मुस्लिम महिलाओं का अपहरण करेगा और सार्वजनिक रूप से उसके साथ बलात्कार करेगा.

यह भी पढ़ें-मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और दुष्कर्म की धमकी देता वीडियो वायरल, यूपी पुलिस की जांच जारी

Last Updated : Apr 14, 2022, 2:10 PM IST
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