सोलन: यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज साइट में शुमार कालका-शिमला रेल ट्रैक को 6 अगस्त तक बंद कर दिया गया है. हिमाचल में बीते दिनों हुई भारी बारिश से कालका-शिमला रेल ट्रैक को भी नुकसान हुआ है. जगह-जगह लैंडस्लाइड होने के कारण ट्रैक पर कई जगह मलबा, पत्थर, पेड़ आदि भी आ गए हैं. जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.
डीआरएम अंबाला मंडल मंदीप सिंह भाटिया ने बताया कि कालका-शिमला रेलमार्ग पर रेल सेवा 6 अगस्त तक के लिए स्थगित है. रेलमार्ग पर जगह-जगह पेड़ व पत्थर गिरे हैं. इसके अलावा लगातार मलबा गिर रहा है. जिसकी वजह से रेलवे ने ये फैसला लिया है. इसके अलावा फोरलेन का निर्माण भी रेलवे ट्रैक बंद होने की एक बड़ी वजह बताई गई है.
ये भी पढ़ें- Himachal Monsoon: हिमाचल में फिर से मंडरा रहा खतरे का बादल! आने वाले 5 दिन होंगे भारी, Yellow Alert जारी
बता दें कि हिमाचल में मानसून की एंट्री के साथ ही 24 जून को कालका-शिमला रेल ट्रैक बाधित हो गया था. इसके बाद 8 जुलाई के बाद लगातार 3 दिन हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था. इस बारिश का असर कालका-शिमला रेल ट्रैक पर भी पड़ा था. कालका शिमला रेल ट्रैक 10 जुलाई से बंद था जिसे अब 6 अगस्त तक बंद कर दिया गया है. इस ट्रैक के बंद होने का सबसे ज्यादा असर पर्यटन से जुड़े कारोबारियों पर पड़ा है. इस ट्रेन से हर साल लाखों पर्यटक हिमाचल पहुंचते हैं. वैसे तो भारी बारिश की वजह से पर्यटक हिमाचल का रुख नहीं कर रहे हैं लेकिन कालका-शिमला रेल ट्रैक के बंद होने से टैक्सी से लेकर होटल कारोबारियों तक पर असर पड़ेगा.
गौरतलब है कि यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज साइट में शुमार कालका-शिमला रेल ट्रैक का निर्माण अंग्रेजों ने करवाया था. साल 1903 से इस ट्रैक पर ट्रेन चलनी शुरू हुई थी. कोरोना काल को छोड़ दें तो ये बीते 120 सालों में ये पहला मौका है जब ये ट्रैक करीब एक महीने के लिए बंद होगा. इस साल बरसात के मौसम में 10 जुलाई से इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन बंद है. रेल लाइन पर सोलन और कालका के बीच जगह-जगह लैंडस्लाइड के कारण ट्रैक को नुकसान हुआ है. कालका-शिमला रेलमार्ग पर रोजाना कालका से शिमला की ओर 7 और शिमला से कालका की ओर 7 ट्रेनें चलती हैं. जो अब 6 अगस्त तक बंद रहेंगी.
ये भी पढे़ं- Chamba Flash Flood: हिमाचल के चंबा में अचानक आई बाढ़, घरों में घुसा मलबा, लैंडस्लाइड की चपेट में वाहन