कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Election 2022) को लेकर सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. इसी कड़ी में राजनीतिक दलों के आला नेताओं के हिमाचल दौरे भी शुरू हो गए हैं. कहते हैं कि हिमाचल की सियासत का रास्ता कांगड़ा से होकर गुजरता है, इसलिए सबकी नजर इस बार भी कांगड़ा पर है. कांगड़ा का किला जीतने के लिए सियासी दल अभी से तैयारी में जुट गए हैं और अप्रैल में यहां बड़े सियासी विरोधी आमने-सामने होंगे.
23 अप्रैल को कांगड़ा में केजरीवाल - आम आदमी पार्टी की एंट्री ने इस बार हिमाचल विधानसभा चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. पंजाब में सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी हिमाचल में भी सरकार बनाने का दावा कर रही है. अप्रैल की शुरुआत में मंडी में रोड शो के जरिये चुनावी शंखनाद करने वाले अरविंद केजरीवाल की नजर अब कांगड़ा पर है. बताया जा रहा है कि 23 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल कांगड़ा पहुंचेंगे (Arvind Kejriwal will visit Kangra) और एक विशाल जनसभा को संबोधित (Arvind Kejriwal to hold rally in kangra on april 23) करेंगे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और हिमाचल के प्रभारी सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर ये जानकारी (aap kangra rally) दी है.
नड्डा का कांगड़ा दौरा- बीजेपी इस बार हिमाचल में सरकार रिपीट करने का दावा कर रही है. 5 राज्यों के चुनावी नतीजे और खासकर यूपी, उत्तराखंड में सरकार रिपीट होने से सरकार की बांछे खिली हुई हैं. ऐसे में पार्टी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. चुनाव में अभी भले 6 महीने से ज्यादा का वक्त हो लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अभी से हिमाचल के रण में उतर चुके हैं. शिमला और बिलासपुर के 4 दिवसीय दौरे के बाद जेपी नड्डा अप्रैल के अंत (jp nadda will visit Kangra) में कांगड़ा के दौरे पर आएंगे. तारीख तय नहीं है लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कांगड़ा दौरा तय माना जा रहा है.
कांगड़ा पर क्यों है सबकी नजर- हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं. 12 जिलों वाले प्रदेश में कांगड़ा सबसे बड़ा (why kangra district is important) जिला है. अकेले कांगड़ा में ही 15 विधानसभा सीटें (assembly seats in kangra) हैं, जिनमें से पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 11 सीटें जीती थी. इसीलिये कहते हैं कि हिमाचल की जीत का रास्ता कांगड़ा से होकर गुजरता है. सभी दल जानते हैं कि सत्ता तक पहुंचने के लिए कांगड़ा का किला भेदना होगा.
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तैयारी के मामले में कांग्रेस फिसड्डी- हिमाचल में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं लेकिन बीजेपी और आम आदमी पार्टी अभी से सक्रिय हो गए हैं. अरविंद केजरीवाल मंडी में रोड शो के जरिये अपनी ताकत दिखा चुके हैं तो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रोड शो से लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं तक के साथ मंथन कर जीत का मंत्र दे चुके हैं. लेकिन कांग्रेस की तरफ से इस तरह की कोई हलचल नहीं है. कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी का दावा तो कर रही है लेकिन उसकी तरफ से 'आप' या बीजेपी की तरह कोई तैयारी फिलहाल नजर नहीं आ रही.