नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में चुनाव में करारी हार के बाद रविवार को सुबह कांग्रेस की संसदीय रणनीति समिति (Congress parliamentary strategy group) की बैठक हुई. 10 जनपथ सोनिया गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में नेताओं ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के बाद कहा कि अहम मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है. इनमें यूक्रेन से छात्रों की वापसी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के लिए एमएसपी मुद्दा भी शामिल रहा. संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो रहा है, ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर विपक्षी दल सरकार का ध्यान केंद्रित करेंगे.
पीएसजी की बैठक के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए केरल के मावेलिक्करा से कांग्रेस लोकसभा सांसद कोडिकुन्नील सुरेश ने उम्मीद जताई कि अन्य सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दल लोगों से जुड़े आम मुद्दों पर संसद में एक साथ आएंगे. रूस- यूक्रेन युद्ध और मेडिकल छात्रों का भविष्य प्रमुख मुद्दे हैं जिन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि यह एक साधारण बैठक थी जो प्रत्येक संसद सत्र से पहले होती है जिसमें चर्चा की जाती है कि सदन में किन मुद्दों को उठाया जाएगा. उसी पर चर्चा के लिए आज लोकसभा और राज्यसभा सीपीसी सदस्यों ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठक की. आम लोगों से जुड़े कई मुद्दे हैं, हमने उनकी पहचान कर ली है और उन्हें एक-एक करके उठाया जाएगा.
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पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का खराब प्रदर्शन भी एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन पीएसजी सदस्यों के अनुसार बैठक में इस पर चर्चा नहीं की गई क्योंकि इसे केवल संसद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था. संसदीय रणनीति समूह के सदस्य के एक सदस्य ने कहा कि पार्टी की केंद्रीय कार्य समिति आज शाम चार बजे चुनावी हार और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने जा रही है.