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अलकायदा और IS की भारत में यहूदी-इजरायलियों पर हमले की साजिश, सतर्क रहने की जरूरत - अलकायदा और IS

खुफिया जानकारियों के बाद इजरायली दूतावास समेत यहूदी और इजरायल की आबादी वाले इलाकों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. खुफिया इनपुट से पता चला कि भारत का समर्थन करने के लिए आतंकी संगठन इजरायल से बदला ले सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 27, 2019, 10:08 AM IST

Updated : Oct 2, 2019, 4:44 AM IST

नई दिल्लीः राजधानी में इजरायली दूतावास के साथ-साथ अधिक यहूदी और इजरायल की आबादी वाले इलाकों को खुफिया सूचनाओं के बाद सुरक्षा घेरे में रखा गया है. सूचना है कि आतंकवादी उन्हें निशाना बना सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक, दूसरे देशों से आए खुफिया इनपुट्स बताते हैं कि वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट्स (आईएस) से जुड़े संगठन इजरायल से बदला ले सकते हैं. क्योंकि उसने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत के कदम का समर्थन किया है.

सुरक्षा विशेषज्ञ से खास बातचीत.

एक अधिकारी ने कहा, 'सभी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है.'

सेना के वरिष्ठ अधिकारी, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीके खन्ना ने ईटीवी भारत से कहा कि भारत को हालिया खतरे की चेतावनी के बाद सतर्क रहना चाहिए.

पढ़ें-आतंकी गतिविधियों के संदेह में जम्मू में 3 गिरफ्तार, JK एवं पंजाब में छापेमारी

खन्ना ने कहा, खतरे वास्तविक हैं. हमें सतर्क रहना होगा. इसमें कोई शक नहीं कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां, सेना और अर्धसैनिक बल पहले से ही किसी भी संभावित अप्रिय घटना को रोकने के लिए अलर्ट पर हैं.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत में आतंक पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहा है.

खन्ना ने कहा, पाकिस्तान कश्मीर पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने में विफल रहा है. इसी के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब है. वे भारत के साथ पारंपरिक युद्ध नहीं लड़ पाएंगे. इसलिए वे आतंकवादी संगठनों का समर्थन कर रहे हैं.

इससे पहले की खुफिया रिपोर्टो ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन फिदायीन हमला कर सकते हैं. रिपोर्ट यह भी बताती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी पाकिस्तानी आतंकवादियों की हिट लिस्ट में हैं.

खन्ना ने कहा, कश्मीर 1947 से पाकिस्तान का मुद्दा था, लेकिन वे आवश्यक वैश्विक समर्थन पाने में असफल रहे. आर्थिक रूप से भी वे बहुत खराब स्थिति में हैं और उन्होंने अब आतंकवाद का समर्थन करना शुरू कर दिया है.

नई दिल्लीः राजधानी में इजरायली दूतावास के साथ-साथ अधिक यहूदी और इजरायल की आबादी वाले इलाकों को खुफिया सूचनाओं के बाद सुरक्षा घेरे में रखा गया है. सूचना है कि आतंकवादी उन्हें निशाना बना सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक, दूसरे देशों से आए खुफिया इनपुट्स बताते हैं कि वैश्विक आतंकी संगठन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट्स (आईएस) से जुड़े संगठन इजरायल से बदला ले सकते हैं. क्योंकि उसने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत के कदम का समर्थन किया है.

सुरक्षा विशेषज्ञ से खास बातचीत.

एक अधिकारी ने कहा, 'सभी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है.'

सेना के वरिष्ठ अधिकारी, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीके खन्ना ने ईटीवी भारत से कहा कि भारत को हालिया खतरे की चेतावनी के बाद सतर्क रहना चाहिए.

पढ़ें-आतंकी गतिविधियों के संदेह में जम्मू में 3 गिरफ्तार, JK एवं पंजाब में छापेमारी

खन्ना ने कहा, खतरे वास्तविक हैं. हमें सतर्क रहना होगा. इसमें कोई शक नहीं कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां, सेना और अर्धसैनिक बल पहले से ही किसी भी संभावित अप्रिय घटना को रोकने के लिए अलर्ट पर हैं.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत में आतंक पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहा है.

खन्ना ने कहा, पाकिस्तान कश्मीर पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने में विफल रहा है. इसी के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब है. वे भारत के साथ पारंपरिक युद्ध नहीं लड़ पाएंगे. इसलिए वे आतंकवादी संगठनों का समर्थन कर रहे हैं.

इससे पहले की खुफिया रिपोर्टो ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन फिदायीन हमला कर सकते हैं. रिपोर्ट यह भी बताती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी पाकिस्तानी आतंकवादियों की हिट लिस्ट में हैं.

खन्ना ने कहा, कश्मीर 1947 से पाकिस्तान का मुद्दा था, लेकिन वे आवश्यक वैश्विक समर्थन पाने में असफल रहे. आर्थिक रूप से भी वे बहुत खराब स्थिति में हैं और उन्होंने अब आतंकवाद का समर्थन करना शुरू कर दिया है.

Intro:New Delhi: The Israeli embassy in New Delhi as well as the localities with maximum Jewish and Israeli population have been put under security blanket following intelligence reports that Islamic militants might target them.


Body:Intelligence inputs gathered from other countries, according to the sources, suggests that organisations affiliated to global terror organisation al-Queda and Islamic States (IS) might take revenge over Israel as it has supported India's move of abrogating Article 370.

"All the intelligence and security agencies have been put on alert," said an official.

Senior army officer Brig (retd) BK Khanna told ETV Bharat that India should be on alert following recent threat perceptions.

"The threats are real. We have to be on alert...no doubt our security agencies, army and para military forces are already on alert to avert any possible untoward incident," said Khanna.

He said that Pakistan is desperately trying to create terror in India.

"They have failed to get global attention and at the same time their economic condition is also in a very bad shape. They will not be able to carry forward a conventional war with India so They are supporting the terrorist organisations," said Khanna.


Conclusion:Earlier intelligence report suggests that Pakistan backed terrorist organisations might carry fidyan attack. Reports suggests that Prime Minister Narendra Modi, Home Minister Amit Shah, National Security Advisor Ajit Doval too are on the hit list of Pakistani terrorists.

"Kashmir was the issue Pakistan was harping on since 1947. But they failed to get the required global support...financially also they are in a very bad shape and they have now started supporting terrorism," said Khanna.

end.
Last Updated : Oct 2, 2019, 4:44 AM IST
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