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सोनिया और राहुल बोले : चीनी घुसपैठ पर सच बताएं और देश को विश्वास में लें पीएम

कांग्रेस ने गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय जवानों के सम्मान में शुक्रवार को 'शहीदों को सलाम दिवस' मनाया और इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि सीमा पर संकट के समय सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि क्या वह इस विषय पर देश को विश्वास में लेंगे? पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस बारे में सच बोलें और अपनी जमीन वापस लेने के लिए कार्रवाई करें तो पूरा देश उनके साथ खड़ा होगा.

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Published : Jun 26, 2020, 4:08 PM IST

Updated : Jun 26, 2020, 10:51 PM IST

sonia gandhi
सोनिया और राहुल

नई दिल्ली : गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा है. सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि लद्दाख में घुसपैठ नहीं हुई है, फिर हमारे 20 जवान शहीद कैसे हुए. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आप जनता को सच बताइए, हम आपके साथ हैं. मिलकर चीन का सामना करेंगे और उसे वापस भेज देंगे.

सोनिया गांधी ने कहा, 'गलवान घाटी में चीनी घुसपैठ को रोकते हुए हमारे 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए. देश उनके बलिदान के लिए सदैव हमेशा अभारी रहेगा. हमें सैनिकों पर नाज है. देश सुरक्षित है, क्योंकि हमारी सेना प्राणों की बलि देकर देश की हमेशा हिफाजत करती है. कांग्रेस सैनिकों के साथ हमेशा खड़े रहने के संकल्प को फिर से दोहरा रही है.'

गलवान घाटी पर सोनिया गांधी का बयान

उन्होंने आगे कहा कि आज जब भारत चीन सीमा पर संकट की स्थिति है तब केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती है. प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारे सीमा में घुसपैठ नहीं हुई है. वहीं रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजूदगी और घुसपैठ की चर्चा करते हैं.

गलवान घाटी पर राहुल गांधी का बयान

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सेना के जनरल, रक्षा विशेषज्ञ और समाचर पत्र सैटेलाइट तस्वीरें दिखा कर घुसपैठ की पुष्टि कर रहे हैं. आज जब हम सैनिकों को नमन कर रहे हैं तो देश की जानना चाहता है कि चीन ने लद्दाख में कब्जा नहीं किया तो हमारे देश के 20 जवानों की शहादत क्यों और कैसे हुई.

उन्होंने सवाल किया, 'चीन की सेनाओं द्वारा लद्दाख में घुसपैठ करके कब्जा की गई हमारी सरजमीं को मोदी सरकार कब और कैसे वापस लेगी. क्या चीन द्वारा गलवान घाटी और पैंगोग त्सों इलाके में नए निर्माण और बंकर बना कर हमारी भू भाग अंखडता का उल्लघंन किया जा रहा है. क्या प्रधानमंत्री इस स्थिति पर देश को विश्वास में लेंगे. आज पूरा देश सेना और सैनिकों के साथ खड़ा है. सरकार को चाहिए कि सेना को पूरी ताकत दें. यहीं सच्ची देश भक्ति है.'

राहुल गांधी ने कहा, 'पूरा देश मिलकर एक साथ, एक होकर और सेना औरसरकार के साथ खड़ा है. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हमारे देश की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है. सुनने को मिल रहा है लोग कह रहे हैं, लद्दाख की जनता कह रही है सैटेलाइट तस्वीरों से पता चल रहा है, सेना के पूर्व जनरल कह रहे हैं चीन ने हमारी तीन जगह जमीन छीना है.'

पढ़ें : भारत-चीन सीमा विवाद : गलवान घाटी में पीछे हटे चीन के सैनिक

उन्होंने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री आपको सच बोलना पड़ेगा. देश को बताना पड़ेगा. अगर आप कहेंगे कि जमीन नहीं गई है और सच में चीन ने कब्जा किया है तो चीन को फायदा होगा. हमें मिलकर लड़ना है हमें इन्हें उठाकर वापस फेंकना होगा. आपको बोलना होगा. हम सब एक साथ मिलकर लड़ेंगे.'

नई दिल्ली : गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा है. सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि लद्दाख में घुसपैठ नहीं हुई है, फिर हमारे 20 जवान शहीद कैसे हुए. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आप जनता को सच बताइए, हम आपके साथ हैं. मिलकर चीन का सामना करेंगे और उसे वापस भेज देंगे.

सोनिया गांधी ने कहा, 'गलवान घाटी में चीनी घुसपैठ को रोकते हुए हमारे 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए. देश उनके बलिदान के लिए सदैव हमेशा अभारी रहेगा. हमें सैनिकों पर नाज है. देश सुरक्षित है, क्योंकि हमारी सेना प्राणों की बलि देकर देश की हमेशा हिफाजत करती है. कांग्रेस सैनिकों के साथ हमेशा खड़े रहने के संकल्प को फिर से दोहरा रही है.'

गलवान घाटी पर सोनिया गांधी का बयान

उन्होंने आगे कहा कि आज जब भारत चीन सीमा पर संकट की स्थिति है तब केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती है. प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारे सीमा में घुसपैठ नहीं हुई है. वहीं रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजूदगी और घुसपैठ की चर्चा करते हैं.

गलवान घाटी पर राहुल गांधी का बयान

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सेना के जनरल, रक्षा विशेषज्ञ और समाचर पत्र सैटेलाइट तस्वीरें दिखा कर घुसपैठ की पुष्टि कर रहे हैं. आज जब हम सैनिकों को नमन कर रहे हैं तो देश की जानना चाहता है कि चीन ने लद्दाख में कब्जा नहीं किया तो हमारे देश के 20 जवानों की शहादत क्यों और कैसे हुई.

उन्होंने सवाल किया, 'चीन की सेनाओं द्वारा लद्दाख में घुसपैठ करके कब्जा की गई हमारी सरजमीं को मोदी सरकार कब और कैसे वापस लेगी. क्या चीन द्वारा गलवान घाटी और पैंगोग त्सों इलाके में नए निर्माण और बंकर बना कर हमारी भू भाग अंखडता का उल्लघंन किया जा रहा है. क्या प्रधानमंत्री इस स्थिति पर देश को विश्वास में लेंगे. आज पूरा देश सेना और सैनिकों के साथ खड़ा है. सरकार को चाहिए कि सेना को पूरी ताकत दें. यहीं सच्ची देश भक्ति है.'

राहुल गांधी ने कहा, 'पूरा देश मिलकर एक साथ, एक होकर और सेना औरसरकार के साथ खड़ा है. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हमारे देश की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है. सुनने को मिल रहा है लोग कह रहे हैं, लद्दाख की जनता कह रही है सैटेलाइट तस्वीरों से पता चल रहा है, सेना के पूर्व जनरल कह रहे हैं चीन ने हमारी तीन जगह जमीन छीना है.'

पढ़ें : भारत-चीन सीमा विवाद : गलवान घाटी में पीछे हटे चीन के सैनिक

उन्होंने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री आपको सच बोलना पड़ेगा. देश को बताना पड़ेगा. अगर आप कहेंगे कि जमीन नहीं गई है और सच में चीन ने कब्जा किया है तो चीन को फायदा होगा. हमें मिलकर लड़ना है हमें इन्हें उठाकर वापस फेंकना होगा. आपको बोलना होगा. हम सब एक साथ मिलकर लड़ेंगे.'

Last Updated : Jun 26, 2020, 10:51 PM IST
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