नई दिल्ली/पटना : लोजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक आज शाम पांच बजे दिल्ली में होगी. इस बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में बिहार लोजपा के प्रधान महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी और प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी को भी बुलाया गया है. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह लोजपा की आखिरी बैठक है. इस बैठक में सभी 143 प्रत्याशीयों के नाम की चर्चा होगी.
लोजपा अध्यक्ष ने बीजेपी अध्यक्ष से की मुलाकात
गुरुवार को लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की थी. वहां पहले से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे. इस बैठक में बिहार में एनडीए की मौजूदा स्थिति समेत बीजेपी की ओर से लोजपा को 27 विधानसभा और दो विधान परिषद की सीटों का ऑफर दिया गया है. इस पर चर्चा हुई है. साथ ही सीएम नीतीश और जेडीयू से क्या दिक्कत है ये भी चिराग ने अमित शाह को बताया है. चिराग ने बैठक में कहा कि लोजपा छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी और राज्यसभा की एक सीट उसको मिली थी. इस हिसाब से लोजपा को विधानसभा की 42 सीटें मिलनी चाहिए. अमित शाह ने चिराग को कहा भी था कि बीजेपी और लोजपा के बीच कोई कटुता नहीं है.
42 सीटों पर दावेदारी के बाद 27+2 का ऑफर
बीजेपी ने एलजेपी को 27 विधानसभा सीट और दो एमएलसी की सीटों का ऑफर दिया था. हालांकि, एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान 42 सीटों पर दावेदारी पेश कर चुके थे. पार्टी नेताओं ने दो टूक कहा था कि इससे कम सीटों पर वो एनडीए से नाता तोड़ कर अलग चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि, एलजेपी ने अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा है.
विधानसभा की वो 27 सीटें
जिन सीटों का ऑफर बीजेपी ने दिया है उनमें गोविंदगंज, बिस्फी, अररिया, बहादुरगंज, किशनगंज, अमौर, बलरामपुर, मधेपुरा, अलीनगर, केवटी, बरुराज, गरखा, परसा, लालगंज, राजपक्कड़, तेघड़ा, अलौली, कहलगांव, मनेर, ओबरा, कुटुंबा, बेलागंज, रजौली, सिकंदरा, जमुई और कटोरिया सीट शामिल है. इन 27 की पूरी लिस्ट में एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान का लोकसभा क्षेत्र जमुई और सिकंदरा भी शामिल है.
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143 सीटों पर लड़ सकते हैं चुनाव
एनडीए में चिराग की बात नहीं बनी तो वे बिहार एनडीए से अलग होकर लोजपा को 143 सीटों पर चुनाव लड़ा सकते हैं. जदयू के खिलाफ हर सीट पर उम्मीदवार दे सकते हैं. बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं देंगे. जदयू और लोजपा के बीच की तल्खी काफी बढ़ चुकी है.
कितनी सीटों पर लड़ेगी BJP-JDU?
इस बीच, सूत्रों की माने तो एनडीए ने अपना फॉर्मूला तैयार कर लिया है. बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 50-50 फीसदी सीटों पर बीजेपी-जेडीयू लड़ सकती हैं, ऐसी सूरत में 121 सीटों पर बीजेपी और 122 विधानसभा सीटों पर जेडीयू चुनाव लड़ेगी. बीजेपी अपने कोटे से एलजेपी को सीटें देगी. जबकि जेडीयू अपने कोटे से जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को सीटें देगी.
मिशन 2020 के लिए 2010 का फॉर्मूला तय
जेडीयू ने ज्यादा सीटों की मांग जरूर की है, लेकिन सीट बंटवारे का फॉर्मूला 2010 की तरह ही करने की बात भी कही गई है. 2010 में जेडीयू 141 और बीजेपी ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में जेडीयू ने 115 तो बीजेपी ने 91 सीटों पर जीत हासिल कर लालू यादव की पार्टी आरजेडी को 22 सीट पर ही समेट दिया था. लेकिन इस बार एनडीए में एलजेपी और जीतनराम मांझी की पार्टी 'हम' भी एनडीए में शामिल है.