नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में बैंक डिफॉल्टर्स का मामला उठाया. इस पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ. राहुल ने पूछा कि बैंक डिफॉल्टर्स कौन हैं. इस पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आंकड़े गिनाए. उन्होंने राहुल को जवाब देते हुए कहा कि डिफॉल्टर्स की एक सूची वेबसाइट पर मौजूद है. कहीं भी छुपाने के लिए कुछ नहीं है. सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते हुए येस बैंक मामले में विपक्ष ने हंगामा किया. इसके बाद राहुल गांधी सरकार से पूछा कि देश के 50 टॉप विलफुल बैंक डिफॉल्टर्स कौन हैं? इस पर सदन में फिर हंगामा हो गया.
बजट सत्र के दौरान राहुल गांधी के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय वित्तराज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कि बैंकों का पैसा कांग्रेस की सरकार ने बांटा और उस पैसे को वसूलने का काम भाजपा सरकार ने किया है.
उन्होंने कहा कि लोगों को देश की बैंक प्रणाली पर पूरा विश्वास है. उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि देश का हर बैंक पूरी तरह से सुरक्षित है और येस बैंक का हर खाताधारक सुरक्षित है.
कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए ठाकुर ने कहा कि येस बैंक के संस्थापक के साथ फोटो कांग्रेस के पूर्व वित्तमंत्री ने ही खिंचाई थी.
अनुराग ठाकुर द्वारा संसद में दिए जवाब को लेकर राहुल गांधी ने कहा, 'मैंने केवल बैंक डिफॉल्टर का नाम पूछा, लेकिन मुझे स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया.'
उन्होंने कहा, 'मुझे स्पीकर ने दूसरा सवाल पूछने की इजाजत नहीं दी, जिससे मैं काफी आहत हूं. सवाल पूछना मेरा अधिकार है.'
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अनुराग ठाकुर ने कहा कि अब तक सरकार द्वारा चार लाख 80 हजार करोड़ रुपये ऋण की वसूली की जा चुकी है. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के बैंकों की व्यवस्था पर सवाल उठाना उनकी नासमझी दिखाता है.
बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में पूछा कि सरकार ने डिफॉल्टर और उनसे ऋणों की वसूली के लिए क्या उपाए किए हैं.
मुझे पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया, सरकार विलफुल डिफाल्टर्स का नाम बताने से क्यों डर रही है : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दावा किया कि जान बूझकर कर्ज की अदायगी नहीं करने वालों (विलफुल डिफाल्टर्स) को लेकर लोकसभा में पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया और बतौर सांसद उनके अधिकार की रक्षा नहीं की गई.
गांधी ने यह सवाल भी किया कि आखिर सरकार देश के 50 सबसे बड़े विलफुल डिफाल्टर्स के नाम बताने से क्यों डर रही है? उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'यह सांसद का अधिकार है कि वह पूरक पूश्न पूछे. मैंने सवाल किया कि 50 विलफुल डिफाल्टर्स का नाम बताइए जिसका मंत्री ने जवाब नहीं दिया. मैं पूरक प्रश्न पूछना चाहता था.'
कांग्रेस नेता ने दावा किया, 'यह लोकसभा अध्यक्ष का कर्तव्य था कि वह मेरे अधिकार की रक्षा करें और पूरक प्रश्न पूछने की इजाजत देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. सवाल पूछने के मेरे अधिकार को छीनना पूरी तरह अनुचित है.'
उन्होंने सवाल किया, 'सरकार विलफुल डिफाल्टर्स के नाम लेने से क्यों डर रही है? 50 लोगों ने भारतीय पैसे की चोरी की है. हम जानते हैं कि अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. फिर इन लोगों के नाम क्यों नहीं बता रहे हैं?'
गांधी ने कहा, 'मैं लगातार आगाह करता आ रहा हूं कि कोरोना वायरस की स्थिति में अर्थव्यवस्था और बैंकों की हालत बहुत खराब हो सकती है. दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस तरह के कदमों से कोई मदद नहीं मिलेगी.'