यमुनानगर: ऊंचा चंदना गांव (Uncha Chandna Village Of Yamunanagar के रहने वाले 25 साल के जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी ने अपने गांव से लेकर पूरे देश का नाम दुबई में चमकाया है. दुबई में हुई दो दिवसीय इंटरनेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में जस्सी ने 250 और 140 किलोभार उठाकर दो गोल्ड जीते हैं. 11 और 12 जूून को यह प्रतियोगिता हुई थी. गोल्ड मेडल जीतने के बाद जस्सी ने दुबई से लौटकर ईटीवी भारत को यह जानकारी दी.
250 केजी का वेट उठा किया देश का नाम रोशन- जस्सी ने बताया कि प्रतियोगिता में छह देश भारत, अमेरिका, रसिया, दुबई, साउथ अफ्रीका और कनाडा के कुल 65 खिलाड़ियों ने भाग लिया. जिनमें 32 खिलाड़ी भारत से थे. लेकिन सभी अलग-अलग केटेगिरी में भाग लेने पहुंचे थे. जस्सी ने बताया कि 9 और 10 जून को दुबई में पॉवर लिफ्टिंग में भाग लेने के लिए गया था. 100 प्रतिशत रॉ वर्ल्ड पॉवर लिफ्टिंग फेडरेशन(Raw World Powerlifting Federation) के द्वारा दुबई के बरदुबई में यह प्रतियोगिता हुई थी. बैंच प्रेस में 140 किलो और डैड लिफ्ट में 250 किलो वजन उठाकर उन्होंने अपने देश का नाम ऊंचा कर दिया. उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने परिवार वालों और दोस्तों को दिया है. दुबई से गोल्ड हासिल करने के बाद जस्सी ने सीएम खट्टर से भी मुलाकात की है.
बेटे के गेम के लिए पिता को बेचनी पड़ी जमीन- जस्सी के मुताबिक उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है. उन्होंने बताया कि जब वह 15 से 16 साल के थे तो उनके भाई ने उन्हें वेट लिफ्टिंग के लिए प्रेरित किया लेकिन इस गेम के लिए खर्च भी बहुत था. जस्सी ने बताया कि उनकी इस कामयाबी के पीछे उनके पिता का भी बहुत बड़ा हाथ है. उनका कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद उनके पिता ने दो कनाल जमीन बेचकर उनकी गेम को जारी रखा तब जाकर वे आज इस मुकाम पर पहुंच पाए.
भाई के कहने पर शुरू की वेट लिफ्टिंग- छह फीट 3 इंच की लंबाई के जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी ने बताया उसका भाई उसके कद और शरीर को देखकर अकसर कहता रहता था कि वह भी वेट लिफ्टिंग में भाग ले लेकिन जस्सी इससे मना कर देता था. इसके बाद उसने जिले स्तर पहली बार भाग लिया तो गोल्ड जीता जिससे उसका उत्साह बढ़ गया और पीछे मुड़ कर नहीं देखा. उसके बाद स्टेट लेवल फिर नेशनल लेवल और अब इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड हासिल किए.
पिता सरदार सुरेंद्र सिंह और मां गुरप्रीत कौर ने बताया कि जस्सी ने अपनी मेहनत के बल पर यह गोल्ड जीता है. बेटे ने जो मुकाम पाया है उससे वे काफी खुश हैं. गांव और जिले का नाम रोशन करने पर उनका सीना भी चौड़ा हो गया. वही जस्सी की पत्नी भी अपने पति की जीत पर बेहद खुश नजर आईं. हालांकि जस्सी की पत्नी ने सरकार से अपने पति की नौकरी के लिए मांग कर रही हैं जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक हो सके उनके पति अपनी गेम का खर्चा खुद उठा सकें. दुबई में गोल्ड जीतने के बाद जस्सी अब जुलाई में अमेरिका में होने वाली इसी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जाएगें. हालांकि इस चैंपियनशिप की डेट अभी तय नहीं हो पाई है.