यमुनानगर: फर्कपुर थाना क्षेत्र में 13 साल की लड़की की शादी का मामला सामने आया है. सूचना मिलने पर महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर शादी को रुकवाया और मासूम को छछरौली क्षेत्र बालकुंज भिजवाया. दूल्हा जिला अंबाला के उपमंडल बराड़ा का रहने वाला है.
जिले में 13 साल की लड़की की 25 वर्षीय युवक के साथ जबरन शादी रचाई जा रही थी. इसमें चार-पांच लोग ही शरीक होने पहुंचे थे. इसकी सूचना महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी को मिल गई. जिस पर उन्होंने इसकी जानकारी एसपी कमलदीप गोयल को दी.
एसपी ने उन्हें निर्देश दिए कि इस मामले में सख्ती से कार्रवाई अमल में लाई जाए. जिस पर जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी भानू गौड़ अपनी टीम के साथ विवाह स्थल पर पहुंची और शादी रुकवाई. जब टीम ने मौके पर पहुंचकर लड़की का आयु प्रमाण पत्र मांगा तो लड़की की उम्र केवल 13 साल मिली. जिस पर टीम ने शादी को रुकवा दिया और किशोरी को बालिका वधू बनने से रोक लिया.
भानू गौड़ ने लड़की से बातचीत की गई तो उसने भी शादी से इनकार कर दिया. वहीं किशोरी की मां ने महिला थाने में भी हंगामा किया. वो टीम को कह रही थी कि आज नहीं तो कल वो बेटी की शादी कर ही देगी. इसलिए किशोरी को छछरौली स्थित बालकुंज भेज दिया गया है. जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी भानू गौड़ ने बताया कि शादी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी. नाबालिग दुल्हन के लिबास में थी और हाथों में मेहंदी लगा रखी थी.
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वहीं उन्होंने दूल्हे से लिखित में लिया कि वो तब तक किशोरी से शादी नहीं करेगा, जब तक उसकी उम्र 18 वर्ष नहीं हो जाती. जांच के दौरान पता चला कि किशोरी की मां ने दूसरी शादी कर रखी है. किशोरी पहले पति की संतान है. काउंसलिंग के दौरान किशोरी ने बताया कि उसकी जबरन शादी की जा रही थी और सोतेला पिता उस पर गलत नजर रखता था. कई बार सौतेला पिता उसके साथ दुष्कर्म भी कर चुका है. इसकी शिकायत पर पुलिस ने पीड़िता के सौतेले पिता को गिरफ्तार कर लिया है.