यमुनानगर: हरियाणा में गिरता भू-जल स्तर चिंता का विषय बना हुआ है. जिसको देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसानों से धान की फसल ना लगाने की अपील की है. अगर किसान धान की फसल की जगह कोई दूसरी फसल लगाएंगे तो सरकार उन किसानों को प्रोत्साहन राशि भी देगी. इसी कड़ी में अटल भूजल योजना के तहत यमुनानगर में सिंचाई विभाग किसानों को निःशुल्क बाजरे का बीज दे रहा है.
ताकि किसान कम सिंचाई वाली फसल के प्रति जागरूक हों और अधिक से अधिक क्षेत्र में कम पानी वाली फसलों की खेती कर सकें. बता दें कि यमुनानगर जिले के चार ब्लॉक डार्क जोन घोषित किए गए हैं. इनमें रादौर ब्लॉक भी शामिल है. यहां भूजल स्तर तेजी से घट रहा है. सरकार और कृषि विभाग के अलावा अन्य विभाग भी यहां भूजल स्तर को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. भूजल स्तर घटने का एक बड़ा कारण धान की रोपाई है.
यहां बड़े स्तर पर धान की खेती की जाती है. किसान कम से कम धान की खेती करें, इसलिए सिंचाई विभाग किसानों को फ्री में बाजरे का बीज दे रहा है, ताकि किसान बाजरे की खेती कर पानी को बचा सकें. अटल भूजल योजना के आईईसी विशेषज्ञ भूपिंद्र सिंह ने बताया कि ब्लॉक रादौर के अलावा सरस्वती नगर, जगाधरी और साढ़ौरा में किसानों को बाजरे का बीज निशुल्क वितरित किया जा रहा है. एक किसान 5 एकड़ तक बीज उनसे ले सकता है.
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बीज लेने के किसान अटल भू जल योजना के अधिकारियों, कर्मचारियों और खंड कृषि अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि भूजल स्तर में सुधार के लिए किसानों को बीज वितरित करने के साथ जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि किसान धान का मोह को छोड़ अन्य वैकल्पिक फसलों की बिजाई करें, जिनमें पानी की खपत कम रहती है.