यमुनानगर: जिला यमुनानगर (Yamunanagar) के बिलासपुर में एक विधवा महिला अपने नाबालिग बेटे को उसका हक दिलाने के लिए 24 घंटे से अपने ससुराल के गेट पर खड़ी है, लेकिन उसका ससुराल पक्ष घर में आने के लिए अनुमति नहीं दे रहा है. उसके ससुराल पक्ष वालों ने अंदर से गेट का ताला लगा लिया है. महिला गुरजीत कौर के साथ उनका एक बेटा भी है. महिला ने मदद के लिए डायल-112 (Dial-112) से मदद भी मांगी, लेकिन आरोप है कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी ने भी महिला के साथ दुर्व्यवहार किया.
जानकारी के मुताबिक, साल 2004 में हिमाचल प्रदेश की पांवटा साहिब की रहने वाली राजवीर कौर की शादी बिलासपुर में भुल्लर फैमिली में हुई थी. जिसके बाद उन्हें एक बेटा हुआ और साल 2016 में उनके पति की अचानक मौत हो गई. महिला का आरोप है कि उसकी शादी के बाद से ही उसके सास, ससुर और दो ननद उसके साथ अक्सर मारपीट और बदसलूकी करते थे, जबकि उसके माता-पिता ने खूब दहेज भी दिया था. महिला का आरोप है कि जब उनके पति की मौत हो गई तो संस्कार वाले दिन ही उसके ससुराल पक्ष वालों ने उसे धक्के देकर घर से बाहर निकाल दिया.
महिला ने ये भी आरोप लगाया कि उसके बेटे को ससुर ने उनसे छीन लिया और उसे धक्के देकर बाहर निकाल दिया गया. सास-ससुर उसके बेटे का हक का मकान बेचकर अपनी दोनों बेटियों को देना चाहते थे, लेकिन इस दौरान पंचायत हुई और फैसला हुआ कि वह यह मकान अपने पोते के नाम करवा देंगे, लेकिन आरोप है कि बीते सोमवार को उन्होंने उसके नाबालिग बेटे के साथ भी मारपीट की और उसे घर से बाहर निकाल दिया.
महिला ने कहा कि वो पुलिस थाने पहुंची थी और वहां घटना के बारे में बताया. इसके बाद वह जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची थी, जहां से उन्हें बिलासपुर पुलिस थाने भेजा. जहां कई घंटों के इंतजार के बाद बिलासपुर पुलिस ने शाम 6 बजे उन्हें उनके घर जाने के लिए बोल दिया, अगर कोई अनहोनी होती है तो वह उन्हें बताएं.
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महिला का कहना है कि उन्हें तो अंदर ही नहीं जाने दिया गया. महिला ने उसके बाद फोन कर पुलिस को दोबारा सूचना दी. महिला की सूचना के बाद पुलिस करीब 1 घंटे बाद वहां पहुंची. महिला ने आरोप लगाया कि मौके पर एएसआई ईश्वर सिंह ने उसके साथ बदतमीजी की.
पुलिस महिला की शिकायत को सिरे से नकार रही है. पुलिस के मुताबिक उनके पास सिर्फ शांति भंग करने की शिकायत आई थी, जिस पर उन्होंने कार्रवाई कर दी है, लेकिन वह अभी धारा नहीं बता सकते. इसके साथ ही लोगों ने एएसआई पर शराब पीकर ड्यूटी पर आने के भी आरोप लगाए. महिला का कहना है कि जब तक उसके ससुराल वाले उसे घर के भीतर नहीं ले लेते तब तक वह यहां से अपने बेटे के साथ उठने वाली नहीं है, क्योंकि उसके बेटे के हक में सिर्फ यही मकान है. अगर उसके ससुराल वालों ने उसे भी बेच दिया तो उसका बेटा सड़क पर आ जाएगा.
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