यमुनानगर: 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेगीं. ऐसे में व्यापारियों की इस बजट से क्या उम्मीदें हैं. ईटीवी भारत ने युनानानगर के व्यापारियों से बात की और जाना की वो बजट के क्या चाहते हैं.
'ट्रांसपोर्ट उद्योग से भ्रष्टाचार खत्म करे सरकार'
ट्रांसपोर्ट उद्योग से जुड़े हुए व्यापारियों का कहना है कि इस उद्योग में मुनाफा कम और नुकसान ज्यादा होने लगा है और ये डूबता हुआ जहाज है. उन्होंने मांग की कि इस व्यापार में होने वाले भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए.
'सरकार की नीति स्पष्ट हो'
व्यापार मंडल हरियाणा के कार्यकारी अध्यक्ष संजय मित्तल का कहना है कि सरकार की तरफ से सब कुछ स्पष्ट होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार एफएसएसएआई लाइसेंस दे रही है जिसमें कोई भी समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है कि ये लाइसेंस कितने समय के लिए वैद्य रहता है और बार-बार फीस लेने से भी व्यापारी पीड़ित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को जितनी फीस लेनी है एक ही बार ले ले.
'देश के व्यापरियों को बचाए सरकार'
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन व्यापार का क्रेज बढ़ने की वजह व्यापारी को बहुत नुकसान हो रहा है. वो सरकार से कहना चाहते हैं कि पहले अपने देश का व्यापार को बचाए, व्यापार बचेगा तो व्यापारी भी बचेगा, जिससे देश की जीडीपी बढ़ेगी और लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया होंगे.
'जीएसटी को लेकर भी सवाल'
वहीं व्यपारियों ने जीएसपी को लेकर भी सवाल है. व्यापारी ने कहा कि नए जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाने वाले को कम से का 3 साल तक रियायत दी जाए ताकि वो जीएसटी को समझ सके.
जगाधरी के उद्योग से जुड़े एक व्यापारी ने कहा कि जिस तरह से सरकार कृषि को बढ़ावा दे रही है उसी तर्ज पर व्यापारी को बचाने के लिए भी सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए जो पुराने लोन हैं उन पर 3 साल के लिए कोई ब्याज ना लगाया जाए.
ये भी पढ़ें- चीन से आ रहे भारतीय छात्रों के लिए मानसेर में सेना ने बनाया आइसोलेशन सेंटर