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मुस्लिम युवक से हिंदू लड़की ने रचाई शादी, कोर्ट ने कहा- लड़की बालिग, कहीं भी रह सकती है

मंगलवार को कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच प्रेमी जोड़े को पेश किया गया. कोर्ट ने कहा कि लड़की बालिग है. लड़की अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकती है. कोर्ट ने पुलिस को कहा कि लड़की जहां जाना चाहती है उसे वहां सुरक्षित छोड़ा जाए.

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Published : Jul 18, 2019, 10:39 AM IST

Updated : Jul 18, 2019, 1:54 PM IST

मामला संवेदनशील होने के चलते पूरे कोर्ट को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया

यमुनानगर: 'प्यार न जाने धर्म मजहब न देखे जात पात'. साक्षी मिश्रा के प्रेम विवाह के चर्चे पूरे देश में है. वहीं हरियाणा के यमुनानगर में भी प्रेम प्रसंग का ऐसा मामला सामने आया है. जहां एक संघ वर्कर की बेटी जो हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है, उस लड़की से प्रेम करने वाला युवक मुस्लिम धर्म से है. हालांकि जब लड़की घर से इस युवक के साथ गयी थी तो इस मामले को हिन्दू संगठनों ने लव जिहाद से जुड़ा मामला बताया.

ये भी पढ़ें- VIDEO: पुलिस वाले ले रहे थे रिश्वत, ट्रक ड्राइवर ने वीडियो बनाकर किया वायरल, हुए सस्पेंड

लड़की ने दिया लड़के के पक्ष में बयान
मंगलवार को कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच प्रेमी जोड़े को पेश किया गया. कोर्ट ने कहा कि लड़की बालिग है. लड़की अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकती है. कोर्ट ने पुलिस को कहा कि लड़की जहां जाना चाहती है, उसे वहां सुरक्षित छोड़ा जाए. कोर्ट में लड़की ने यही कहा कि वो अपनी मर्ज़ी से गयी थी. वहीं मामला संवेदनशील होने के चलते कोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. कहते हैं ना कि प्यार की जीत होती है और इस मामले में भी यही हुआ है.

जानें क्या है मामला?
दरअसल इन दोनों का पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था और अब ये परिणय सूत्र में बंधना चाह रहे थे लेकिन इनके आड़े धर्म-मजहब की दीवार आ गई. क्योंकि लड़की हिन्दू धर्म से है और इसके पिता संघ वर्कर हैं और लंबे समय से संघ से जुड़े हैं.

वहीं लड़का मुस्लिम धर्म से हैं. धर्म से दूर अपने प्यार का आशियाना बनाने के लिए लड़की घर से बिना बताए चली गयी थी, जिसके बाद लड़की के परिवार ने लड़के पर उसको घर से भगाने के आरोप लगाए थे. वहीं मामला संघ वर्कर की बेटी से जुड़ा होने के चलते सुर्खियों में पहुंच गया, जिसके बाद एडीजीपी तक को यहां आना पड़ा.

सुरक्षा के लिए याचिका लगाई
इधर परिवार और पुलिस लड़की को ढूंढने में लगे थे, वहां लड़के और लड़की ने पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट में सुरक्षा याचिका लगाई. जिसके कुछ दिन बाद लड़की के वहां से किडनैप होने की सूचना मिली. पुलिस फिर से लड़की की तलाश करने में जुटी रही. लड़की का कुछ पता नहीं चल रहा था, फिर कुछ दिनों की मेहनत के बाद लड़की को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के एक मदरसे से बरामद किया और फिर कोर्ट में पेश किया.

जानें पूरा घटनाक्रम

  • 10 जून को घर से गई थी लड़की
  • 12 जून को लड़का और लड़की ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में लगाई थी याचिका
  • 17 जून को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी
  • उस दिन लड़की का वहां से अपहरण हो गया था
  • 2 जुलाई को उत्तरप्रदेश के बिहारीगढ़ के मदरसे से लड़की को यमुनानगर पुलिस लेकर आई
  • जिसके बाद उसने कोर्ट में कहा था कि वो अपनी मर्जी से गई. लड़की ने किसी के खिलाफ भी बयान अंकित नहीं करवाए.
  • पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि लड़के का कुछ पता नहीं और लड़की परिवार के साथ नहीं जाना चाहती थी. इसके लिए उसे 15 जुलाई तक करनाल नारी निकेतन में भेजा गया
  • जहां से उसे उसकी मर्जी जानने के लिए एक नहीं दो नहीं तीन बार पेश किया गया. उसका जवाब यही था कि मैं लड़के के साथ जाऊंगी.
  • यमुनानगर में 15 जुलाई को फिर सुनवाई हुई.
  • 16 जुलाई को फिर सुनवाई हुई. लड़का और लड़की दोनों को कड़ी सुरक्षा के पहरे में पेश किया गया
  • लड़की को करनाल नारी निकेतन से कोर्ट में लाया गया तो लड़के को फिल्मी अंदाज से छिपते-छिपाते पुलिस अधिकारी ने एक दम कोर्ट में दाखिल करवाया
  • जानकारी के अनुसार लड़के ने हाईकोर्ट में याचिका लगाने से पहले लड़की से निकाह भी किया. वहीं जब लड़की का अपहरण हुआ तब लड़के ने सोशल मीडिया पर अपने वीडियो संदेश वायरल किए कि किसी तरह लड़की उसे मिल जाए
  • आखिरकार वो दिन आ ही गया जिसका इंतज़ार लड़के और लड़की को था. हालांकि लड़की के पिता ने लड़की को घर लाने के लिए कड़ा संघर्ष किया और विरोध किया.

यमुनानगर: 'प्यार न जाने धर्म मजहब न देखे जात पात'. साक्षी मिश्रा के प्रेम विवाह के चर्चे पूरे देश में है. वहीं हरियाणा के यमुनानगर में भी प्रेम प्रसंग का ऐसा मामला सामने आया है. जहां एक संघ वर्कर की बेटी जो हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है, उस लड़की से प्रेम करने वाला युवक मुस्लिम धर्म से है. हालांकि जब लड़की घर से इस युवक के साथ गयी थी तो इस मामले को हिन्दू संगठनों ने लव जिहाद से जुड़ा मामला बताया.

ये भी पढ़ें- VIDEO: पुलिस वाले ले रहे थे रिश्वत, ट्रक ड्राइवर ने वीडियो बनाकर किया वायरल, हुए सस्पेंड

लड़की ने दिया लड़के के पक्ष में बयान
मंगलवार को कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच प्रेमी जोड़े को पेश किया गया. कोर्ट ने कहा कि लड़की बालिग है. लड़की अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकती है. कोर्ट ने पुलिस को कहा कि लड़की जहां जाना चाहती है, उसे वहां सुरक्षित छोड़ा जाए. कोर्ट में लड़की ने यही कहा कि वो अपनी मर्ज़ी से गयी थी. वहीं मामला संवेदनशील होने के चलते कोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. कहते हैं ना कि प्यार की जीत होती है और इस मामले में भी यही हुआ है.

जानें क्या है मामला?
दरअसल इन दोनों का पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था और अब ये परिणय सूत्र में बंधना चाह रहे थे लेकिन इनके आड़े धर्म-मजहब की दीवार आ गई. क्योंकि लड़की हिन्दू धर्म से है और इसके पिता संघ वर्कर हैं और लंबे समय से संघ से जुड़े हैं.

वहीं लड़का मुस्लिम धर्म से हैं. धर्म से दूर अपने प्यार का आशियाना बनाने के लिए लड़की घर से बिना बताए चली गयी थी, जिसके बाद लड़की के परिवार ने लड़के पर उसको घर से भगाने के आरोप लगाए थे. वहीं मामला संघ वर्कर की बेटी से जुड़ा होने के चलते सुर्खियों में पहुंच गया, जिसके बाद एडीजीपी तक को यहां आना पड़ा.

सुरक्षा के लिए याचिका लगाई
इधर परिवार और पुलिस लड़की को ढूंढने में लगे थे, वहां लड़के और लड़की ने पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट में सुरक्षा याचिका लगाई. जिसके कुछ दिन बाद लड़की के वहां से किडनैप होने की सूचना मिली. पुलिस फिर से लड़की की तलाश करने में जुटी रही. लड़की का कुछ पता नहीं चल रहा था, फिर कुछ दिनों की मेहनत के बाद लड़की को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के एक मदरसे से बरामद किया और फिर कोर्ट में पेश किया.

जानें पूरा घटनाक्रम

  • 10 जून को घर से गई थी लड़की
  • 12 जून को लड़का और लड़की ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में लगाई थी याचिका
  • 17 जून को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी
  • उस दिन लड़की का वहां से अपहरण हो गया था
  • 2 जुलाई को उत्तरप्रदेश के बिहारीगढ़ के मदरसे से लड़की को यमुनानगर पुलिस लेकर आई
  • जिसके बाद उसने कोर्ट में कहा था कि वो अपनी मर्जी से गई. लड़की ने किसी के खिलाफ भी बयान अंकित नहीं करवाए.
  • पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि लड़के का कुछ पता नहीं और लड़की परिवार के साथ नहीं जाना चाहती थी. इसके लिए उसे 15 जुलाई तक करनाल नारी निकेतन में भेजा गया
  • जहां से उसे उसकी मर्जी जानने के लिए एक नहीं दो नहीं तीन बार पेश किया गया. उसका जवाब यही था कि मैं लड़के के साथ जाऊंगी.
  • यमुनानगर में 15 जुलाई को फिर सुनवाई हुई.
  • 16 जुलाई को फिर सुनवाई हुई. लड़का और लड़की दोनों को कड़ी सुरक्षा के पहरे में पेश किया गया
  • लड़की को करनाल नारी निकेतन से कोर्ट में लाया गया तो लड़के को फिल्मी अंदाज से छिपते-छिपाते पुलिस अधिकारी ने एक दम कोर्ट में दाखिल करवाया
  • जानकारी के अनुसार लड़के ने हाईकोर्ट में याचिका लगाने से पहले लड़की से निकाह भी किया. वहीं जब लड़की का अपहरण हुआ तब लड़के ने सोशल मीडिया पर अपने वीडियो संदेश वायरल किए कि किसी तरह लड़की उसे मिल जाए
  • आखिरकार वो दिन आ ही गया जिसका इंतज़ार लड़के और लड़की को था. हालांकि लड़की के पिता ने लड़की को घर लाने के लिए कड़ा संघर्ष किया और विरोध किया.
Intro:एंकर -- प्यार न जाने धर्म मजहब न देखे जात पात।साक्षी मिश्रा के प्रेम विवाह आज पूरे देश मे चर्चा में है।वही हरियाणा के जिला यमुनानगर में भी प्रेम प्रसंग का ऐसा मामला सामने आया है।जहाँ एक संघ वर्कर बेटी जो हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है उस लड़की से प्रेम करने वाला युवक मुस्लिम धर्म से है।हालांकि की जब लड़की घर से इस युवक के साथ गयी थी तो इस मामले को हिन्दू संगठनों ने लव जिहाद से जुड़ा मामला बताया।कोर्ट में आज कड़ी सुरक्षा के बीच प्रेमी जोड़े को पेश किया।कोर्ट ने कहा कि लड़की बालिग है ।ये अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकती है ।कोर्ट ने पुलिस को कहा कि लड़की जहाँ जाना चाहती है उसे वहां सुरक्षित छोड़ा जाए।Body:वीओ -- लव जिहाद के आरोपो में घिरा नबील ओर हिमांशी का प्यार।दरअसल इन दोनों को पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था और अब ये विवाह के परिणय सूत्र में बंधना चाह रहे थ्रे लेकिन इनके आड़े आ रहा था धर्म मजहब की दीवार क्यों कि हिमांशी हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है और इसके पिता संघ वर्कर है और लंबे समय से संघ से जुड़े है।वही नबील मुस्लिम धर्म से सम्बंध रखता है ।धर्म मजहब से दूर अपने प्यार का आशियाना बनाने के लिए हिमांशी घर से बिना बताए चली गयी थी जिसके बाद हिमांशी के परिवार ने नबील पर उसको घर से भगाने के आरोप लगाए थे।वही मामला संघ वर्कर की बेटी से जुड़ा होने के चलते सुर्खियों में पहुंच गया जिसके बाद एडीजीपी तक को यहाँ आना पड़ा।इधर परिवार और पुलिस हिमांशी को ढूढने में लगे थे वहां नबील और हिमांशी ने पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में सुरक्षा याचिका लगाई।जिसके कुछ दिन बाद हिमांशी के वहां से किडनैप होनी की सूचना मिली।पुलिस फिर से लड़की तलाश करने में जुटी रही।लड़की का कुछ पता नही चल रहा था।फिर कुछ दिनों की मुश्क़त के बाद लड़की को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले के एक मदरसे से बरामद किया औऱ फिर कोर्ट में पेश किया।जहां उसने यही कहा कि वो अपनी मर्ज़ी से गयी थी।इस बात से किसी का लेना देना नही है।पुलिस उसके बाद सुरक्षा के मध्यनजर उसे नारी करनाल निकेतन छोड़ आई।जहाँ से उसे उसकी मर्जी जानने के लिए एक नही दो नही तीन बार पेश किया गया।उसका जवाब यही था कि में नबील के साथ जाऊंगी।आज कोर्ट में नबील और हिमांशी दोनो को पेश किया गया।वही मामला सवेदनशील होने के चलते पूरे कोर्ट को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया।कहते है न प्यार की जीत होती है और इस मामले में भी यही हुआ।

वीओ -- इस प्रेमी जोड़े ने कैसे सँघर्ष किया।10 जून को घर से गई थी हिमांशी 12 जून को नबील और हिमांशी में पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में लगाई थी याचिका ।17 को उसकी सुनवाई होनी थी हाईकोर्ट में। उस दिन हिमांशी का वहां से अपहरण हो गया था ।2 जुलाई को उत्तरप्रदेश बिहारीगढ़ के मदरसे से यमुनानगर पुलिस लेकर आई थी। जिसके बाद उसने कोर्ट में कहा था कि अपनी मर्जी से गई और किसी के खिलाफ भी बयान अंकित नहीं करवाए। पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि नबील का कुछ पता नहीं और परिवार के साथ नही जाना चाहती थी। इसके लिए उसे 15 जुलाई तक करनाल नारी निकेतन भेजा गया।फिर यमुनानगर में 15 जुलाई को फिर सुनवाई हुई। 15 जुलाई तक नारी निकेतन में रही हिमांशी। 16 जुलाई को फिर सुनवाई हुई ।आज नबील और हिमांशी दोनो को कड़ी सुरक्षा के पहरे में पेश किया गया।हिमांशी को करनाल नारी निकेतन से कोर्ट में लाया गया तो नबील को फिल्मी अंदाज से छिपते छिपाते पुलिस अधिकारी ने एक दम कोर्ट में दाखिल करवाया।जानकारी के अनुसार नबील ने हाई कोर्ट में याचिका लगाने से पहले हिमांशी से निकाह भी किया।वही जब हिमांशी का अपहरण हुआ तब नबील ने सोशल मीडिया पर अपने वीडियो सन्देश वायरल किये की किसी तरह हिमांशी उसे मिल जाये।आखिरकार आज वो दिन आ ही गया।जिसका इंतज़ार नबील ओर हिमांशी को था।हालांकि हिमांशी के पिता ने हिमांशी को घर लाने के लिए कड़ा सँघर्ष किया और विरोध किया।


वीओ -- एक तरफ आज जहाँ कोर्ट में दोनों पक्षो के वकील अपनी अपनी दलील दे रहे थे।तो बाहर लड़की के पिता इस मामले में चिल्ला चिल्ला कर इस मामले को लव जिहाद बता रहे थे ।हिमांशी के पिता सुमन ने कहा कि आज में सबको सावधान कर रहा हूं सावधान हो जाओ इन लोगो से।


बाइट -- सुमन संघ वर्कर हिमांशी के पिता फाइल नंबर 04


वीओ --- अब आप ये भी सुनिए जब हिमांशी घर से गायब हुई तो हिन्दू संगठनों ने इस मामले को लव जिहाद से जुड़ा बताते हुए कहा था की हमीदा के अंदर एक परिवार है जो कि हिंदू संगठनों से भी जुड़े हैं उनकी बच्ची को सोची समझी साजिश के तहत लव जिहाद के तहत बहला-फुसलाकर एक युवक ले गया है । हमीदा क्षेत्र में ऐसे लोग रहते हैं जो यमुनानगर के भाईचारे को तोड़ने का काम कर रहे हैं वहां की कुछ लोग हैं जो ऐसे काम कर रहे हैं उन पर संदेह है जो ऐसे काम कर रहे हैं एक लड़की आकर बात करती है और आपस में कंसर्न कराती है उन चीजों को लेकर संदेह है उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है प्रदेश के बड़े बड़े पुलिस अधिकारी इस मामले को लेकर आए हैं मीटिंग हुई है उनसे हमारी बातचीत हुई हमें विश्वास है जो वहां की स्थानीय पुलिस है हमीदा चौकी की उन पर थोड़ा संदेह है ।अगर समय रहते परिवार की बात को मान लेते तो इतना बड़ा मामला नहीं पड़ता कि उस लड़की के साथ अब किस तरीके का अत्याचार हो रहा होगा क्या होगा क्या पता वह सब चीजें सोचने वाली है ।और यह भी हमें पता लगा है कि उस बच्ची को कहीं विदेश भेजने की भी तैयारी है फिलहाल प्रशासन इस बात को लेकर सतर्क है।
वीओ -- इस पूरे मामले के अधिकारी डीएसपी आशिष चौधरी ने बताया कि
कोर्ट ने कहा कि लड़की बालिग है। ये अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकती है। लड़की को कोर्ट रीलीज कर दिया। वही ये बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद नबील और लड़की यूपी चले गए।

बाइट -- आशीष चौधरी डीएसपी फाइल नंबर 3


Conclusion:
Last Updated : Jul 18, 2019, 1:54 PM IST
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