यमुनानगर: हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह (sports minister sandeep singh) ने बुधवार को यमुनानगर में कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में उन्होंने कई लोगों की समस्या पर विचार करते हुए अधिकारियों को मौके पर ही समस्या का हल करने के आदेश जारी किए. इस मीटिंग में दो लोग ऐसे थे जिनकी शिकायत पर मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया.
इस दौरान खेल नीति में बदलाव (haryana sports policy) को लेकर खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार खेल नीति में बदलाव कर रही है और इस बदलाव के तहत जो खिलाड़ी जब तक खेलना चाहता है तब तक वो खेल सकता है. उसे खेलने का मौका दिया जाएगा. कई बार ऐसा होता है कि खेल के दौरान ही उसे नौकरी मिल जाती है और उसे नौकरी ज्वाइन करनी पड़ती है, लेकिन अब जब तक खिलाड़ी खेलेगा उसके बाद ही वह नौकरी ज्वाइन कर सकता है क्योंकि खिलाड़ी का खेल ही उसकी पीएचडी है.
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वहीं कष्ट निवारण समिति की बैठक में मंत्री के पास पहुंचे शिकायतकर्ता ने एक डिपू संचालक के खिलाफ शिकायत की तो वहीं एक लड़की ने निजी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की. लड़की ने बताया कि उसको पथरी थी जिस पर डॉक्टर ने उसका गलत इलाज करते हुए नस काट दी. जिसके बाद उसे चंडीगढ़ में इलाज कराना पड़ा और उसके छह लाख से अधिक रुपये खर्च हो गए. खेल मंत्री संदीप सिंह ने इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को इस डॉक्टर की जांच करने के आदेश दिए और रिकवरी कर लड़की के इलाज के पैसे उसे दिलवाए जाए. अगर मामले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए.
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